इस्लामाबाद: एक वीडियो को लेकर जारी राजनयिक गतिरोध के बीच पाकिस्तान ने ‘‘गैर कूटनीतिक भाषा का प्रयोग’’ किए जाने पर विरोध जताने के लिए आज बांग्लादेश के उच्चायुक्त को समन किया. वीडियो में दावा किया गया है कि शेख मुजीबुर रहमान ने 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा नहीं की थी. विदेश विभाग ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान ने ‘‘गैर कूटनीतिक भाषा के इस्तेमाल’’ पर विरोध जताया है. विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘उच्चायुक्त को बताया गया कि किसी तीसरे पक्ष द्वारा वीडियो को शेयर किया जाना ढाका में पाकिस्तान उच्चायोग का मामला नहीं हो सकता है.’’
ढाका में पाकिस्तान के राजनयिक द्वारा एक वीडियो पोस्ट किए जाने के बाद से बांग्लादेश ने पाकिस्तान से माफी मांगने को कहा है. वीडियो में दावा किया गया है कि देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान ने 1971 में स्वतंत्रता की घोषणा नहीं की थी. करीब 14 मिनट के वीडियो को शुरू में पाकिस्तान अफेयर्स नाम के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया था.
इससे पहले बांग्लादेश में पाकिस्तान के उच्चायुक्त के फेसबुक पर ‘गुमराह करने वाला’ एक वीडियो डालने के बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान से माफी मांगने को कहा था जिसमें कहा गया कि 1971 में बांग्लादेश की आजादी की घोषणा शेख मुजीबुर रहमान ने नहीं की थी. करीब 14 मिनट का वीडियो फेसबुक पर डाला गया था. इसमें कहा गया कि बांग्लादेश की आजादी की घोषणा शेख मुजीबुर रहमान ने नहीं बल्कि बांग्लादेश के सैन्य शासक और इसके बाद राष्ट्रपति बने जियाउर रहमान ने की थी.
ढाका स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग ने अपने फेसबुक पेज पर वीडियो साझा किया था जिससे बाद विवाद शुरू हो गया और बाद में उच्चायोग ने पोस्ट हटा लिया. इससे पहले विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश के सचिव (द्विपक्षीय) कमरूल अहसन ने मंगलवार (31 अक्टूबर) को पाकिस्तानी उच्चायुक्त रफिउज्जमां सिद्दीकी को मंगलवार (31 अक्टूबर) को तलब किया और विरोध जताते हुए कड़े शब्दों वाला एक नोट दिया तथा चेतावनी दी कि पाकिस्तान द्वारा राजनयिक तौर-तरीकों के बार बार किए जा रहे उल्लंघन से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध प्रभावित होंगे.