मंदी से उबर रहा बाजार, दिवाली के चलते सुधर रहे हालात

जीएसटी के बाद दिल्ली-एनसीआर के बाज़ारो में आई मंदी से बाजार अब धीरे-धीरे उबरता दिख रहा है. लंबे अंतराल के बाद बाज़ारों में दोबारा रौनक लौट आई है. दिल्ली-एनसीआर के थोक बाज़ार जीएसटी की मार झेल रहे थे. ज्यादातर दुकानदार बिक्री नहीं होने से मायूस थे. लेकिन दीवाली आते-आते हालात सामान्य होते दिख रहे हैं. पेट्रोल और डीज़ल के दामों में आई गिरावट के बाद रोजमर्रा की चीज़ें भी अब पटरी पर लौटती दिख रही हैं.

बदले बाजार के हालात

17वीं शताब्दी से चल रहे खारी बावली बाज़ार की रौनक जैसे कहीं खो गई थी. पहले नोटबंदी ने कारोबार ठप कर दिया, फिर जीएसटी और बढ़ती महंगाई ने रही सही कसर पूरी कर दी. लेकिन अब यहां के हालात बदल रहे है. इस दीवाली ड्राई फ्रूट्स और अन्य सामानों की खरीदारी जम कर हो रही है.

पटरी पर लौटा बाजार

खारी बावली में ड्राई फ्रूट्स की दुकान चलाने वाले शैलेश का कहना है कि बाजार पटरी पर लौट रहा है, लंबे अर्से बाद इतनी रौनक है, दीवाली पर ड्राई फ्रूट्स के रेट्स भी नहीं बढ़े है, वैसे ही है जैसे थे. इससे लोगों का उत्साह और भी बढ़ा है.

दीवाली पर नहीं महंगाई का असर

दिल्ली के मयूर विहार स्थित कोंडली मार्केट भी राशन का बड़ा थोक बाज़ार है, यहां अपनी दुकान चलाते राम भाई का कहना है कि राशन में महंगाई अभी स्थिर है, जैसे दाम थे वैसे ही है, बढ़ें नहीं है, दाल कुछ पहले से सस्ती हुई है, चावल में भी उछाल नहीं है, राजमा, चना और मटर के भी पुराने रेट्स है, कुल मिलाकर दीवाली पर महंगाई का असर नहीं है.

महंगाई से हो रही थी परेशानी

बढ़ती महंगाई ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी थी, घर चलाने में दिक्कतें पेश आ रही थी. पर कुछ दिनों से बाजार में स्थिरता है, दाम में उछाल नहीं दिख रहा जिसके चलते लोगों ने राहत की सांस ली है और बाज़ारों की रौनक लौट आयी है.

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