मिसाइल ट्रक के लिए टायर बनाने वाली फैक्ट्री का दौरा किया किम जोंग ने

सोल: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इस हफ्ते परीक्षण किये गए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए गए विशाल वाहन का टायर बनाने वाली फैक्ट्री का दौरा कर वहां के कर्मचारियों का धन्यवाद किया. अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए उत्तर कोरिया ने इसी हफ्ते ह्वासोंग_15, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया था. ह्वासोंग-15 आईसीबीएम के सफल परीक्षण का जश्न मनाने के लिए शुक्रवार (1 दिसंबर) को देश की राजधानी प्योंगयांग में एक विशाल रैली का अयोजन किया गया था. उत्तर कोरिया की सरकारी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने शनिवार (2 दिसंबर) को खबर दी है कि किम ने फैक्ट्री का दौरा किया और आयात किये गए किसी भी उपकरण के बगैर नौ-एक्सेल मिसाइल ट्रक के लिए बड़े आकार के टायरों के निर्माण के लिए कर्मचारियों का धन्यवाद किया.

इसके साथ ही किम ने ‘‘देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने एवं राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए बढ़ती दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास करने की भी अपील की.’’ एजेंसी की खबर के अनुसार किम ने सितंबर में अमनोकांग टायर फैक्ट्री को ‘‘नवंबर के बड़े कार्यक्रम’’ के लिए टायर निर्माण करने को कहा था.

उत्तर कोरिया द्वारा अपने सबसे ताकतवर मिसाइल का परीक्षण किए जाने के दो दिन बाद देश की शानदार तकनीकी उपलब्धि की तस्वीर साफ साफ सामने आ गई है और इसके साथ ही यह सवाल उठ रहा है कि क्या इससे अमेरिका को खतरा हो सकता है. हालांकि इस बारे में कई सवाल बाकी हैं, लेकिन सरकार ने इस बात से सहमति जताई है कि ताकतवर ह्वासोंग-15 आईसीबीएम कोरिया के लिए एक मील का पत्थर है, और यह उत्तर कोरिया को परमाणु आधारित लंबी दूरी की मिसाइलों के एक व्यवहार्य शस्त्रागार के लक्ष्य के बहुत करीब पहुंचा देगा.

दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को सांसदों को पेश एक रिपोर्ट में बताया कि उत्तर कोरिया ने बुधवार (29 नवंबर) को द्विस्तरीय तरल ईंधन वाले मिसाइल का परीक्षण किया था. यह मिसाइल 13 हजार किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखता है और इस वजह से अमेरिका इसकी जद में आ सकता है.

मंत्रालय ने बताया कि यह मिसाइल उत्तर कोरिया के पहले के आईसीबीएम, द ह्वासोंग-14 से बड़ा है और यह बड़ा आयुध ले जाने में सक्षम है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ह्वासोंग-15 के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया के उस दावे की पुष्टि हो गई है कि नया मिसाइल ‘‘बहुत बड़े और भारी परमाणु हथियार’’ ले जा सकता है.

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