काहिरा: मिस्र की वायुसेना ने उत्तरी सिनाई प्रांत में मस्जिद पर हुए हमले के कुछ ही घंटों के भीतर कई आतंकवादियों को मार गिराया और उनके वाहन नष्ट कर दिये. गौरतलब है कि अशांत उत्तरी सिनाई में आतंकवादियों ने शुक्रवार (24 नवंबर) को जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद पर बम हमला किया जिससे कम से कम 305 नमाजियों की मौत हो गई और 109 अन्य घायल हो गए. सेना के प्रवक्ता तामेर एल-रफाई ने एक बयान में कहा कि वायुसेना ने उत्तरी सिनाई के आसपास के क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की है जिसमें आतंकवादी मारे गये हैं और जानलेवा हमले में प्रयुक्त वाहन नष्ट कर दिये गये हैं.
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के हथियार डिपो को भी निशाना बनाया गया है. आतंकवादियों ने शुक्रवार (24 नवंबर) को जुमे की नमाज के दौरान अल-अरिश शहर में स्थित अल-रौदा मस्जिद पर बम से हमला करने के बाद गोलीबारी की जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गये. हमले के तुरंत बाद राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाकर सुरक्षा हालात का जायजा लिया था. बाद में जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ बल प्रयोग की बात कही थी. मिस्र सरकार ने हमले के बाद तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
मिस्र के उत्तरी सिनाई में जनवरी, 2011 की क्रांति के बाद से ही कई हिंसक हमले हुए हैं. जनवरी, 2011 में हुई क्रांति से राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ता चली गयी थी. साल 2013 में मोहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ किए जाने के बाद उत्तरी सिनाई में हमलावरों ने पुलिस और सेना को निशाना बनाया है. इसके बाद से 700 से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं.
मिस्र में इस साल कई आतंकी हमले हुए हैं. बीते 26 मई को मिस्र के मध्य क्षेत्र में ईसाई समुदाय के लोगों को ले जा रही बस पर बंदूकधारियों ने हमला किया गया था जिसमें कम से कम 28 लोग मारे गए थे और 25 अन्य घायल हो गए. अलेक्जेंड्रिया और टांटा में गिरजाघरों को निशाना बनाकर बीते नौ अप्रैल को दो आत्मघाती हमले हुए थे जिनमें 46 लोग मारे गए थे.