गुजरात चुनाव में चर्चाओं का केंद्र बने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से आरक्षण को लेकर सीधा सवाल पूछा है. हार्दिक ने शनिवार को कांग्रेस से पूछा कि कांग्रेस पार्टी पाटीदारों को आरक्षण देने के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें. हार्दिक ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी 3 नवंबर तक यह स्पष्ट करें कि वह पाटीदारों को संवैधानिक आरक्षण कैसे देगी. आपको बता दें कि 23 अक्टूबर को राहुल गांधी के गुजरात के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर की रैली में भाग लेने के दौरान हार्दिक पटेल से गुपचुप मुलाकात की खबरें आई थी.
दरअसल कई गुजराती चैनलों ने फुटेज चलाई कि हार्दिक पटेल उस होटल में गए जहां राहुल गांधी ठहरे थे. इस पर अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि गुजरात पुलिस और आईबी ने उन सीसीटीवी फुटेज को होटल से प्राप्त किया. उनके मुताबिक वह उस दिन दिन भर कई नेताओं से मुलाकात करते रहे. उन्होंने ट्वीट कर पूछा, ”आईबी और पुलिस ने होटल से सीसीटीवी फुटेज हासिल क्यों किए?…बीजेपी के आदेश से इस तरह के सर्विलांस की मैं निंदा करता हूं.”
अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा मैंने उस दिन होटल में हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी से मुलाकात की थी. आईबी और पुलिस होटल के उन कमरों की चेकिंग कर रही है. गांधी जी के गुजरात में ये सब क्या हो रहा है? क्या हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी अपराधी या भगोड़े हैं? यदि ऐसा है तो बीजेपी को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए. जब इनकी मुलाकात बीजेपी नेताओं से मुलाकात हुई थी तब तो उनके ऑफिसों की जांच नहीं हुई थी? अब ऐसा क्यों हो रहा है?
इसके बाद 24 अक्टूबर को पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने के लिए सरकारी नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में पाटीदारों के लिए आरक्षण के आश्वासन सहित विभिन्न मांगों की शर्त रखी थी. कांग्रेस पार्टी में सूत्रों ने बताया था कि पटेल ने पाटीदार बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में उनके उम्मीदवारों के लिए अधिकतम टिकटों की मांग की है.
आपको बता दें कि 22 साल से गुजरात में सत्ता का सूखा झेल रही कांग्रेस पार्टी हार्दिक पटेल के अलावा कांग्रेस पार्टी ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को अपने साथ लाने की कवायद में जुटी थी. जिसमें से उसे अल्पेश ठाकुर के रूप में एक ओबीसी नेता मिल गया है. अल्पेश ठाकुर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.