साउथ अफ्रीका के हेड कोच ओटिस गिब्सन ने 2019 वर्ल्ड कप में मोर्ने मोर्केल के खेलने को लेकर किसी प्रकार का कोई आश्वासन नहीं दिया है. वेबसाइट ‘ईएसपीनक्रिकइन्फो डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में चोटिल होने के कारण मोर्ने मोर्केल को टीम के शिविर से बाहर होना पड़ा था.
मोर्ने मोर्केल ने कहा कि वनडे क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर उनकी टीम मैनेजमेंट के साथ विस्तार से चर्चा नहीं हुई है और इसके साथ ही मोर्केल ने कहा कि अगर उन्हें साउथ अफ्रीका टीम की भावी योजनाओं का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा, तो वह कॉलपेक डील के बारे में विचार कर सकते हैं.
इस पर अपने एक बयान में कोच गिब्सन ने कहा, ‘मैंने मोर्केल को वर्ल्ड कप के बारे में इसलिए कुछ नहीं बताया, क्योंकि यह टूनार्मेंट अभी बहुत दूर है. मैंने उन्हें क्रिकेट के खेल का आनंद लेते रहने के लिए प्रेरित किया है, जो वह चोटिल होने से पहले कर रहे थे.’
गिब्सन ने हालांकि, इस बात से इनकार किया है कि वर्ल्ड कप की योजनाओं का हिस्सा न होने पर मोर्केल अन्य अवसरों के बारे में विचार कर सकते हैं. हालांकि, मोर्केल ने सार्वजिनक तौर पर अन्य विकल्पों के बारे में विचार करने की बात कही है.
फर्स्ट क्लास मैचों के सीजन के पहले चरण में पिछले महीने मोर्केल ने गिब्सन की उपस्थिति में कहा था कि अगर आपके पास लंबा जीवन पड़ा है, तो आपको अवसरों की ओर देखना पड़ता है. इस बयान में मोर्केल विशेष रूप से वनडे क्रिकेट के बारे में बात कर रहे थे.
मोर्केल ने कहा कि अगले दो साल वह चुपचाप बिना क्रिकेट खेले हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते. ये सब समय और संपर्क की बात होती है. आपको एक क्रिकेट खिलाड़ी होने के नाते अंत में आपकी राह में आने वाले अवसरों की ओर देखना पड़ता है.