अपना सबसे धीमा शतक जड़कर भी स्मिथ ने सचिन को पछाड़ा

एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने शतक लगा कर कई रोचक रिकॉर्ड्स अपने नाम किए

नई दिल्ली : एशेज का पहला टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी! मैच शुरु हुआ तो धीमा रहा, गेंदबाज हावी लगे और बल्लेबाज संभाल कर खेलते दिखे. पहले दिन 196 रन ही बने जबकि बारिश की बाधा केवल एक घंटे के आसपास ही रही. इंग्लैंड की पहली पारी 302 की रही इसके लिए अंग्रेजों ने चार सत्र का समय ले लिया.

फिर ऑस्ट्रेलिया की बारी आई तो तब भी गेंदबाजों का दबदबा रहा, लेकिन कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ कोई और इबारत लिखने के इरादे में थे. हाल तो इंग्लैंड की पारी की तरह था, लेकिन स्मिथ की पारी से शुरु हुआ अनोखे रिकॉर्डों का सिलसिला. दूसरे दिन जब ऑस्ट्रेलिया लंच से पहले स्मिथ आए थे तो कंगारू टीम दो विकेट गंवा चुकी थी.

उन्होंने वार्नर के साथ पारी को बढ़ाने की शुरुआत की ही थी कि वार्नर आउट हो गए और टीम के चायकाल तक 76 पर 3 विकेट गिर गए. तीसरे सत्र के शुरु में ही चौथा विकेट गिरने के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम का संकट गहरा गया और लगा क  मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथ से दूसरे दिन ही निकल जाएगा.

 

लेकिन जैसे स्मिथ ने तो अभी कहानी शुरु भी नहीं की थी. स्मिथ ने धैर्य के साथ खेलते हुए न केवल अपनी टीम को संकट से बाहर निकाला बल्कि कीर्तीमानों  का सिलसिला शुरु कर दिया. दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले ही जब अर्धशतक पूरा किया था तो बतौर कप्तान एशेज में उनका यह पहला अर्धशतक था. स्मिथ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी खेली हर सीरीज में कम से कम पचास रन जरूर बनाए हैं. यह उनकी 19वीं सीरीज है और इसमें भी वे अपना यह रिकॉर्ड कायम कर और मजबूत करने में कामयाब रहे.

 

लेकिन न तो मैच खत्म हुआ था और न ही स्मिथ की पारी.  वह चलती रही भले ही धीमी गति से, लेकिन निरंतरता जारी थी. तीसरे दिन का पहला सत्र चुनौती से भरपूर रहा लेकिन स्मिथ जमे रहे. लंच के बाद भी जमे रहे और चाय पर जाने से पहले उन्होंने अपना शतक पूरा कर ही लिया. इसके साथ ही अपनी टीम को संकट से बाहर भी निकाल लिया और अंत तक 141 रन बना कर टीम के आउट होने पर नाबाद वापस लौटे.  नतीजा यह हुआ कि वे टीम को 26 रन की महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक बढ़त दिला गए.

शतक पूरा हुआ तो लोगों ने रिकॉर्ड्स पर ध्यान देना शुरु किया और लग गई रिकॉर्ड्स पर रिकॉर्ड्स की झड़ी.

 

करियर का सबसे धीमा शतक, सबसे बढ़िया पारी
सबसे खास बात और “रिलेवेंट” यानि उपयुक्त बात! यह पारी स्मिथ की सर्वश्रेष्ठ पारियों में एक है. लेकिन शर्मनाक भी. पहले शर्मनाक बात, करियर का 21वां शतक सबसे धीमा शतक खुशी की बात हो नहीं सकती. लेकिन यही धीमा शतक स्मिथ की तारीफों के पुल बांधन लगा है.  पूरा मैच धीमा रहा था. गेंदबाजों ने बल्लेबाजों की जमकर परीक्षा ली.

इसीलिए, दोनों टीमें बल्लेबाजी धीमी ही कर सकीं और स्मिथ का शतक भी धीमा रहा. इतना धीमा कि उन्होंने खुद का ही धीमा शतक बनाने का रिकॉर्ड तोड़ डाला. इससे पहले उन्होंने भारत के खिलाफ 227 गेंदों पर अपना सबसे धीमा शतक लगाया था, लेकिन इस बार 263 गेंद खेल डाली. पर इसकी भी तारीफ! क्यों ? क्योंकि वक्त का तकाजा जो था, समय की मांग जो थी.

जरूरत टिककर खेलने की थी, विकेट बचाने की और बचाए रखने की भी थी. सो कप्तान की पारी कप्तानी पारी में बदल गई और करियर का सबसे धीमा शतक, करियर की सबसे बढ़िया पारी के रूप में सराहा जाने लगा.

 

स्मिथ ने तो सचिन को भी पीछे छोड़ दिया
जी हां, यह सच है. तो किस मामले में ऐसा कर दिया स्मिथ ने? सचिन के तो ढेरों रिकॉर्ड हैं. यह स्मिथ के करियर का 21वां शतक हैं. लेकिन कितने मैचों में? यही रिकॉर्ड वाली बात है. अब स्मिथ सबसे तेज 21 शतक लगाने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं. स्मिथ ने 21 शतक सिर्फ 105 पारियों में जड़े हैं और उनसे आगे डॉन ब्रैडमैन (56 पारी), सुनील गावस्कर (98 पारी) हैं. वहीं तेंदुलकर ने 110 पारी में और मोहम्मद यूसुफ ने 120 पारी में 21 शतक पूरे किए थे. तो देखा तेंदुलकर के नाम 110 पारी, लेकिन स्मिथ ने यह कारनामा किया सिर्फ 105 पारियों में.

 

बतौर कप्तान एशेज सीरीज के पहले मैच में शतक
स्मिथ पहली बार बतौर कप्तान एशेज सीरीज में खेल रहे हैं और बतौर कप्तान एशेज में ये उनकी डेब्यू पारी थी. डेब्यू पारी में बतौर कप्तान शतक लगाकर इतिहास रच ही दिया. स्मिथ ऐसा करने वाले सिर्फ 5वें खिलाड़ी बन गए हैं. स्मिथ से पहले रायन मैकलरेन 1897 में (109), 1903 में मोंटे नॉबले (133), 1924 में हर्बी कॉलिंस (114) और 2001 में स्टीव वॉ (105) ने इस कारनामे को अंजाम दिया था.

 

क्या इस शतक ने ऑस्ट्रेलिया के नाम एशेज लिख दी है?
इसके अलावा मजेदार बात यह है कि आंकड़ों के लिहाज से स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया के लिए एक नई उम्मीद भी जगा दी है. पिछले 39 सालों में जब भी एशेज में किसी कप्तान ने ब्रिसबेन में शतक लगाया है उसी टीम ने एशेज में जीत हासिल की है. 2006/07 में रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया 5-0 से जीती ), 2010/11 में एंड्रयू स्ट्रॉस (इंग्लैंड 3-1 से जीती) और 2006/07 में माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया 5-0 से जीती ). इस बार ऐसा आंकड़ा क्या अपना जादू कायम रखेगा, यही देखना दिलचस्प होगा.

 

48 पारियों के बाद सिर्फ ब्रैडमैन से पीछे
स्मिथ अब 48 पारियों में कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में श्रीलंका के महेला जयवर्धने के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर आ गए हैं. स्मिथ के नाम 48 पारियों में बतौर कप्तान 13 शतक हो गए हैं. स्मिथ और महेला से सिर्फ ब्रैडमैन आगे हैं. ब्रैडमैन ने 48 पारियों में 14 शतक जड़ दिए थे.

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts