चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगी एक तिब्बती बस्ती के चरवाहों (निवासियों) से कहा है कि वे चीनी की जमीन की रक्षा के लिए ‘‘जड़ें जमा कर रखें’’. शी जिनपिंग ने चरवाहों से कहा कि वे अपने पैतृक स्थान के विकास पर ध्यान केंद्रित करें.
आधिकारिक मीडिया ने रविवार को खबर दी कि दूसरा कार्यकाल शुरू कर रहे शी ने तिब्बत के लुंजे काउंटी के एक चरवाहा परिवार को लिखा है, ‘‘क्षेत्र में शांति के बिना, लाखों परिवारों के लिए जीवन शांतिपूर्ण नहीं होगा.’‘ यह काउंटी दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में हिमालय के पास है. शी ने परिवार से अपनी जड़ें जमानें, चीनी भूभाग की रक्षा करने और अपने कस्बे का विकास करने को कहा.
बता दें कि भारत जोर देता रहा है कि 4057 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर विवाद है वहीं चीन का दावा है कि विवाद अरूणाचल प्रदेश के करीब 2000 किलोमीटर क्षेत्र को लेकर है. सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने खबर दी है कि यह परिवार आबादी के लिहाज से हिमालय के दक्षिणी हिस्से में सबसे छोटे कस्बे युमाई में रहता है. तीखी ढलान और दुर्गम रास्तों के कारण वहां रहना काफी कठिन है.