असम के बरपेटा जिले के एक अस्तपाल में आठ बच्चों की मौत हो गई है. बरपेटा के फखरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 8 बच्चों की मौत हो गई है. बच्चों की मौत को लेकर परिजनों का दावा है कि हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से बच्चों की मौत हो गई है. हालांकि इस मामले में अस्पताल का कहना है कि बच्चे वजन कम होने और ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी से यह घटना हुई है.
डॉक्टर्स का कहना है कि दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने से बच्चों की मौत हुई है. डॉक्टर्स ने बताया कि शिशुओं का वजन 2.5 किलो से कम होने की वजह से उनमें रोने की शक्ति नहीं रही, जिसकी वजह से ब्रेन को ऑक्सीजन नहीं मिल सकी और फेफड़ें ठीक प्रकार से काम नहीं कर पाए, जिसकी वजह से बच्चों की मौत हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पांच बच्चों की मौत बुधवार को और तीन बच्चों की मौत गुरुवार को हुई है.
अस्पताल का कहना है कि इलाज में कोई भी कमी नहीं थी और परिजनों का आरोप है कि जब बच्चों की स्थिति नाजुक थी, तब अगर बच्चों को सही दवा दी जाती तो बच्चों की मौत नहीं होती. बताया जा रहा है मृत बच्चों के परिजन बरपेटा के अलावा धुबड़ी और बोंगाइगाओं के रहने वाले हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 63 बच्चों की मौत हो गई थी. कथित तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी इसकी वजह बताई जा रही थी.