अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची में सिर्फ दो सदस्यों को जगह मिलने से नाराज पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के रुख में नरमी के संकेत मिले हैं. समिति के सिर्फ दो सदस्यों ललित वसोया और अमित ठुम्मर को टिकट मिलने से हंगामा जरूर हुआ क्योंकि हार्दिक पटेल नीत संगठन ने 20 सीटों की मांग की थी. इस घटनाक्रम से नाराज पास नेतृत्व ने अपने दो सदस्यों (जिन्हें टिकट दिया गया था) को निर्देश दिया था कि वे विरोध स्वरूप अपना नामांकन पत्र दायर नहीं करें लेकिन रविवार को उनमें से एक (वसोया) ने कांग्रेस के टिकट पर धारोजी सीट से अपना नामांकन पत्र दायर किया. वसोया के नामांकन पत्र दायर करने के बाद पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की पंक्तियां ट्वीट कीं. इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि हार्दिक के स्वर नरम पड़े हैं.
उन्होंने लिखा, ‘‘बाधाएं आती हैं आएं, घिरें प्रलय की घोर घटाएं, पावों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं,निज हाथों में हंसते-हंसते, आग लगाकर जलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा.’’ टिकट विवाद के बाद हार्दिक ने राजकोट में होने वाली अपनी रैली रद्द कर दी. इस रैली में उन्हें कांग्रेस पार्टी को अपने समर्थन की घोषणा करनी थी.
कांग्रेस ने कल रात 77 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी. इसमें पास के दो सदस्यों के अतिरिक्त 20 से अधिक अन्य पटेल उम्मीदवारों को टिकट दिया गया था. कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी होने के तुरंत बाद आंदोलित पास सदस्यों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने दावा किया कि जारी सूची में उन्हें उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया. सूरत में पास सदस्यों ने कांग्रेस की नगर इकाई के कार्यालय में तोड़फोड़ की और पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की.
सूरत शहर में पास के संयोजक धार्मिक मालवीय ने कहा, ‘‘हमारे समुदाय के सदस्यों को घोषित सूची में उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है. हम राज्य में कांग्रेस के किसी भी कार्यालय को काम करने नहीं देंगे.’’ अहमदाबाद में पास संयोजक दिनेश भंबानिया के साथ उनके समर्थकों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के घर पर हंगामा किया था.