लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने देश के सामने इस कड़वे सच को स्वीकार कर लिया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘बोलने वाले प्रधानमंत्री’ हैं. विपक्षी पार्टियों व आम जनता की भी यही शिकायत है कि देश को ‘बोलने वाला नहीं’ बल्कि ‘काम करके दिखाने वाले प्रधानमंत्री’ की सख़्त ज़रूरत है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कल उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान दिए गए भाषणों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा, “स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला मौका है जब देश का प्रधानमंत्री सिर्फ एकतरफा तौर पर अपनी बात कहने में विश्वास रखता है और उसके लिये सरकारी माध्यमों व संसाधनों का केवल अपने लिए इस्तेमाल करना पसंद करता है. सरकारी शक्ति का दुरुपयोग करके विपक्ष की बातों के साथ-साथ स्वतंत्र व निष्पक्षता को हर प्रकार से दबाने का प्रयास करता है. फिर भी भाजपा एंड कम्पनी का यह कहना है कि उसने देश को बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया है. लेकिन मूल प्रश्न यह है कि ऐसा केवल बोलने वाला प्रधानमंत्री देश के गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगार, युवकों, छोटे व मझोले व्यापारियों के साथ-साथ अन्य मेहनतकश लोगों के किस काम का जो उन वर्गों की समस्या का समाधान करने के बजाय उनके जीवन को और ज्यादा नरक कर रहा है.”
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उन्होंने कहा कि कुछ इसी तरीके पर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भी चल रही है, जिसकी कथनी और करनी में बड़ी खाई जैसा अन्तर है. खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में तो स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है क्योंकि खुद सत्ताधारी पार्टी के लोग हर प्रकार के अपराध में लिप्त पाये जा रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री स्तर पर समीक्षा भी बेमायने होकर रह गई लगती है क्योंकि जनता को इससे कोई भी राहत नहीं मिल पा रही है.