टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनके ट्रेडमार्क ‘हेलीकाप्टर शॉट’ को खेलने के बारे में बताया कि वह नहीं चाहेंगे कि कोई युवा खिलाड़ी इस तरह के शॉट का इस्तेमाल करे क्योंकि इसमें चोटिल होने की संभावना ज्यादा है.
धोनी शनिवार को अपनी पहली वैश्विक क्रिकेट अकादमी को लांच करने के लिए दुबई पहुंचे थे, उन्होंने दुबई की पैसिफिक वेंचर्स के साथ मिलकर इसका उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा, कि ‘यह (हेलीकाप्टर शॉट) ऐसी चीज है जो मैंने सड़क पर टेनिस गेंद से क्रिकेट खेलने के दौरान सीखी है. यह मुश्किल है.
धोनी ने कहा, ‘टेनिस गेंद से क्रिकेट खेलने से बल्ले के निचले हिस्से भी गेंद हिट हो जाती है और काफी दूर तक जाती है, लेकिन सामान्य क्रिकेट में इसे बल्ले के बीच में होना चाहिए इसलिए इसमें मेहनत की जरूरत होती है. मैं नहीं चाहता कि वे (युवा खिलाड़ी) हेलीकाप्टर शॉट खेलें क्योंकि इससे वे चोटिल हो सकते हैं.’
अपने इस ट्रेडमार्क हेलीकाप्टर शॉट के दम पर धोनी ने टीम इंडिया को कई मैच जितवाए हैं. बड़े से बड़े गेंदबाज धोनी द्वारा यह शॉट खाने से बचना चाहते हैं. धोनी यॉर्कर लेंथ की गेंद को मैदान से बाहर भेजने के लिए इस तरह के शॉट खेलने में परहेज नहीं करते हैं.
आपको बता दें कि एमएस धोनी क्रिकेट एकेडमी में भारत से कोच आकर बच्चों को प्रशिक्षण देंगे. धोनी ने उत्साही प्रशिक्षुओं और उनके माता पिता की मौजूदगी में इसे लांच किया. अकादमी में नियमित आधार पर मैचों का आयोजन किया जाएगा. कोचिंग स्टाफ की अगुवाई मुंबई के पूर्व गेंदबाज विशाल महाडिक करेंगे.
धोनी ने इस मौके पर कहा,‘इसका हिस्सा बनकर मैं बहुत खुश हूं और इसे कामयाब बनाने में अपनी ओर से पूरा प्रयास करूंगा. क्रिकेट को योगदान देना मेरा सपना रहा है और यह उस दिशा में पहला कदम है.’