नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार्जशीट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी के बेहिसाब खर्च का खुलासा हुआ है। ईडी ने 8 हजार करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रतुल को अगस्त में गिरफ्तार किया था। वह वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में भी आरोपी है। ईडी के मुताबिक, रतुल दुबई के हवाला ऑपरेटर राकेश सक्सेना के क्रेडिट कार्ड पर आलीशान जिंदगी जी रहा था। वह प्राइवेट जेट में सफर करता था और नाइट क्लब में उसका रोज का आना-जाना था। अमेरिका के एक क्लब में उसने एक बार में 7.8 करोड़ रुपए (11,43,980 डॉलर) खर्च कर दिए थे।
पिछले दिनों दायर चार्जशीट में ईडी ने कहा कि रतुल, उसके सहयोगियों और मोजर बियर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम शामिल हैं। रतुल कंपनी में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और उसके पिता दीपक पुरी मोजर बियर के मालिक हैं। ईडी के मुताबिक, रतुल पर बैंकों से 8 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेकर इसे दूसरे ग्रुप में ट्रांसफर करने का आरोप है। एजेंसी ने रतुल के द्वारा मोजर बियर से जुड़े देश-विदेश के कई खातों में रकम ट्रांसफर करने की जांच की।
रतुल ने हवाला ऑपरेटरों की मदद से संपत्ति जुटाई
सामने आया है कि रतुल ने हवाला ऑपरेटरों की मदद से कई फैक्ट्री और चल संपत्ति खरीदी थीं। इतना ही नहीं वह दुबई के हवाला ऑपरेटर राकेश सक्सेना का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहा था। सक्सेना अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्य आरोपी है। एजेंसियां इसी साल उसे दुबई से भारत लाई थीं।
ईडी के मुताबिक, रतुल ने नवंबर 2011 से अक्टूबर 2016 के बीच सक्सेना के क्रेडिट कार्ड से 32 करोड़ रुपए (45 लाख डॉलर) खर्च किए। इस दौरान उसने हॉलीडे ट्रिप, प्राइवेट जेट में यात्रा और नाइट क्लब में जाने के लिए बेहिसाब खर्च किया।
ईडी ने 20 अगस्त को रतुल को गिरफ्तार किया था
प्रवर्तन निदेशालय ने रतुल पुरी, पिता दीपक पुरी, मां नीता (कमलनाथ की बहन) और अन्य के खिलाफ सेंट्रल बैंक से 354 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया था। बैंक ने दावा किया था कि मोजर बियर के डायरेक्टर्स ने कर्ज हासिल करने के लिए झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। रतुल को 20 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब से वह जेल में है। दिल्ली की विशेष अदालत ने उसकी न्यायिक हिरासत 25 अक्टूबर तक बढ़ाई है। दूसरी ओर, सीबीआई ने भी संजय जैन और विनीत शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं में केस दर्ज किया था।