अपनी 12 दिवसीय पांच एशियाई देशों की यात्रा पर निकले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां एक ओर दक्षिण कोरिया पहुंच कर परमाणु डील पर उत्तर कोरिया से बातचीत के संकेत दिए हैं, तो वहीं चीन पहुंचने से पहले ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया की ओर से शुरू किए जा रहे परमाणु खतरे से निपटने में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग काफी मददगार साबित हुए हैं.
इससे पहले जापान दौरे पर ट्रंप ने कहा था कि कोई भी देश या तानाशाह अमेरिका को कम ना समझे. साथ ही उन्होंने उत्तर कोरियाई लोगों की तारीफ करते हुए बोला था, ‘मुझे लगता है कि वे महान लोग हैं. वे मेहनती, नरम और जितना दुनिया जानती या समझती है उससे ज्यादा सहृदय हैं. वे महान लोग हैं.’
ऐसे में नॉर्थ कोरिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया टेबल पर बातचीत के लिए आए और न्यूक्लियर हथियारों को लेकर डील करे.
वहीं बीजिंग की अपनी यात्रा से पहले ट्रंप ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग परमाणु हथियारों से संपन्न उत्तर कोरिया की ओर से शुरू हो रहे खतरे से निपटने में ‘बहुत मददगार’रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया विश्व स्तर पर एक खतरा है, जिसके खिलाफ विश्वव्यापी कार्रवाई की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘ शी बहुत मददगार रहे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि रूस भी उसी तरह सहायक होगा.’
चीन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली आधिकारिक यात्रा में उनका भव्य स्वागत करने की पुरजोर तैयारी में लगा है. उसकी कोशिश है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच किसी विरोधाभास का संकेत ना मिले.
चीन के अधिकारियों ने ट्रंप की इस यात्रा को दोनों देशों के आपसी संबंधों के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया है. ट्रंप का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब शी जिनपिंग को दोबारा चीन का राष्ट्रपति पद संभाले एक हफ्ता भी नहीं हुआ है. जिनपिंग के दोबारा पद संभालने के बाद यह किसी विदेशी राष्ट्र प्रमुख का पहला चीन दौरा भी है.
चीन के उप विदेश मंत्री झेंग जेगुआंग ने मीडिया से कहा कि चीन और अमेरिका दोनों राष्ट्रपति ट्रंप की इस यात्रा को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने की तैयारियों में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि चीन ट्रंप एवं उनके परिवार को ‘स्टेट विजिट प्लस’ स्वागत और अनुभव प्रदान करेगा.