इस्लामाबाद: पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि वित्त मंत्री इशाक डार को पद से हटाने के फैसले पर सरकार की उच्चस्तरीय बैठक में फैसला लिया गया. डॉन न्यूज ने अधिकारी के हवाले से बताया, “पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मंजूरी मिलने के बाद फैसला लिया गया.” उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना है कि एक गैर निर्वाचित सलाहकार को नियुक्त किया जाए. आगामी कुछ दिनों में फैसले को सार्वजनिक कर दिया जाएगा. वित्त मंत्री के लिए पीपीपी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके शौकत तारिन और परवेज मुशर्रफ सरकार के दौरान स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर रहे डॉ. इशरत हुसैन के नाम पर विचार किया जा रहा है.
रिपोर्टों के मुताबिक, आर्थिक मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक मिफ्ताह इस्माइल का नाम भी इस सूची में है. इशाक डार पर भ्रष्टाचार के मामले में 27 सितंबर को आरोप तय किए गए थे. हालांकि, वह तब से वित्त मंत्री के पद पर बने हुए हैं. पाकिस्तान की जवाबदेही अदालत ने 14 नवंबर को डार के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था.
इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने शनिवार (18 नवंबर) को कहा था कि वित्त मंत्री इश्हाक डार ने इस्तीफा नहीं दिया है. ऐसी खबरें थी कि पनामा पेपर्स कांड में आरोपित किये जाने के बाद डार ने इस्तीफा देने का फैसला किया है. राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में 27 सितंबर को डार को आरोपित किया था, लेकिन विपक्षी दलों से तीखी आलोचना के बावजूद वह वित्त मंत्री के पद पर बने रहे. जियो टीवी सहित विभिन्न मीडिया चैनलों ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि 67 वर्षीय डार ने प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को इस्तीफा भेजा है जिसके बाद सरकार ने भ्रम दूर करने का फैसला किया.
प्रधानमंत्री निवास के प्रवक्ता मुस्सादिक मलिक ने कहा कि डार ने इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन नियमों के तहत उनके मंत्रालय को प्रधानमंत्री चला रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब एक मंत्री अनुपस्थित होते हैं या बीमारी के कारण छुट्टी पर होते हैं तो उनके मंत्रालय को प्रधानमंत्री नियंत्रित करते हैं.’’ इससे पहले ‘डॉन’ ने खबर दी थी कि सरकार ने डार को हटाने का फैसला किया है.