छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी जमानतदार बनकर आरोपियों को जमानत दिलाने का काम किया करता था. ये जमानतदार इतने शातिर थे कि हर केस और जमानत के हिसाब से कागजात में फेर बदल किया करते थे.
इस काम के लिए ना सिर्फ फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते, बल्कि तहसीलदार और SDM तक के फर्जी तरीके से मुहर का इस्तेमाल किया करते थे, ताकि उन पर किसी को शक ना हो. यह गिरोह ना सिर्फ दुर्ग बल्कि रायपुर और अन्य जगहों पर भी सक्रिय था.
दरअसल कुछ दिन पहले पुलिस को ऋण पुस्तिका से जमानत लेने वाले जमानतदार का नाम और पता फर्जी होने की शिकायत मिली थी. इसके बाद पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ाई. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उन लोगों पर नजर रखनी शुरू कर दी.
पुलिस जांच में पता चला कि इन लोगों के पास खुद की जमीन नहीं है, लेकिन उनके पास ऋण पुस्तिका मौजूद है. इसके बाद पुलिस ने पुख्ता सूचना हासिल करने के बाद संजय द्वेदी उर्फ गुड्डा महाराज को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी.
आरोपी संजय ने अपने गुनाह को कबूल करते हुए पुलिस को बताया है कि इस घटना में 10 से 15 लोग शामिल है. ये लोग रायपुर-दुर्ग में इसी तरह के काम करते थे. अभी तक इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 106 ऋण पुस्तिका भी बरामद की गई है.