बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही दहेज और बाल विवाह प्रथा के खिलाफ मुहिम चलाने की बात करते हों लेकिन उन्ही की पार्टी के एक नेता पर दहेज हत्या का सनसनीखेज आरोप लगा है. आरोपी नेता बिहार की सत्तारुढ पार्टी जेडीयू के प्रदेश संगठन सचिव हैं. आरोप है कि उन्होंने दहेज न लाने की वजह से अपनी बहू की हत्या कर दी.
मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है. जेडीयू के प्रदेश संगठन सचिव अरूण कुशवाहा सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर करजा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. मामला अरुण के बेटे की ससुराल वालों ने दर्ज कराया है. जेडीयू नेता पर आरोप है कि उसने अपनी बहु रीना की हत्या कर उसकी लाश को भी गायब करवा दिया.
बीते साल 2015 में अरुण कुशवाहा के बेटे दीपक की बेलुका निवासी महेश भगत की बेटी रीना से शादी हुई थी. बाद में रीना ने एक बच्चे को भी जन्म दिया. शादी के बाद से ही ससुराल वाले रीना से पैसा और एक कार लाने की मांग कर रहे थे. इसी वजह से अक्सर उनके घर में विवाद होता था.
रीना के पिता ने बताया कि जब रीना ने दहेज मांगने का विरोध किया तो पूरे परिवार ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. जिसके बाद उसकी लाश को भी गायब कर दिया गया. इस मामले में पीड़ित पिता ने मृतका रीना के ससुर अरुण कुशवाहा समेत सास आशा देवी, दामाद दीपक और संदीप कुमार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है.
इस मामले में जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी पार्टी स्तर पर जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. जिला अध्यक्ष हरिओम के मुताबिक, अरुण कुशवाहा हमारे प्रदेश के नेता हैं, प्रदेश स्तर से ही एक कमिटी बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी. अगर अरुण दोषी पाए गए तो पार्टी से उनकी प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी जाएगी.
वहीं, पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर जेडीयू नेता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.