कहानी पूरी फिल्मी है. एक प्रेमी और दो प्रेमिकाएं. दोनों प्रेमिकाओं के बीच नफरत की आग इतनी फैली कि एक ने दूसरे की जान लेने की कोशिश तक कर दी. ऐसा जानलेवा हमला किया, जिसमें घायल प्रेमिका को 500 टांके लगाने पड़े हैं. वो अस्पताल में जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रही है.
हिंदी फिल्म गुप्त से मिलती जुलती इस कहानी का प्लाट बिहार के सीतामढी का है. यहां लव ट्राएंगल की एक कहानी में एक प्रेमिका द्वारा अपने प्रेमी को खुद से अलग होता देख अपनी सहेली पर जानलेवा हमला किया गया. यह घटना सीतामढ़ी जिले के डुमरा थाना क्षेत्र की है.
बीते दिन सीतामढ़ी के डुमरा थाना क्षेत्र के रिखौली गांव में धारदार हथियार से हमला कर 17 वर्षीया किशोरी को जख्मी कर दिया गया. इस दौरान छात्रा के होंठ, गर्दन और पीठ पर जगह-जगह चाकू से प्रहार कर लहूलुहान किया गया. उसके हाथ काटने का प्रयास भी किया गया.
किशोरी को मरा हुआ समझ कर रिखौली गांवस्थित प्राथमिक विद्यालय के पास फेंक दिया गया. स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंचे किशोरी के परिजनों ने उसे इलाज के लिए सीतामढ़ी शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची.
जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही किशोरी ने पुलिस को बताया है कि उसकी सहेली ने उस पर जानलेवा हमला किया है. हमलावर युवती पुपरी के एक युवक से प्रेम करती है. इस दौरान धीरे-धीरे वह युवक किशोरी की ओर आकर्षित होकर उससे प्रेम करने लगा.
यह भनक लगने के बाद हमलावर युवती ने योजना बना कर किशोरी को रिखौली गांव स्थित अपना घर दिखाने के बहाने साथ ले गई. वहां अपने घर से कुछ दूर काफी सुनसान जगह बांसवारी में ले गयी थी, जहां उसने हसुआ से ताबड़तोड़ प्रहार करना शुरू कर दिया.
डुमरा थानाध्यक्ष विकास कुमार से जब जानकारी लेने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने हंस कर टाल दिया. इस घटना के तीन दिन बीत जाने के बावजूद अब तक पुलिस के हाथ कोई भी सफलता नहीं लगी है. किशोरी के बयान से यह त्रिकोणात्मक प्रेम का मामला लगा है.