नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया बहुत ही निराली है. खिलाड़ी सोचता कुछ और है, होता कुछ ओर है. ईडन गार्डन में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट से पहले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा बहुत ही हसीन सपने के साथ मैदान पर उतरे थे, लेकिन हुआ उनके साथ एकदम उलट. पहले तो उनके इस हसीन सपने पर कप्तान विराट कोहली और ईडन गार्डन की घसियाली पिच ने पानी फेर दिया. इसके बाद वह इस हालात से उबरे भी नहीं थे कि मैच खत्म होने के ठीक एक दिन बाद मंगलवार को जो खबर आई, तो यह उनके लिए किसी बड़ी सजा से कम नहीं रही.
चलिए पहले हम आपको रवींद्र जडेजा के पाले सपने के बारे में बता देते हैं. दरअसल ईडन टेस्ट से पहले जडेजा नंबर वन गेंदबाज और ऑलराउंडर बनने के इरादे के साथ ईडन गार्डन में उतरे थे. जडेजा मानकर चल रहे थे कि वह यहां एक बार फिर से बल्ले और गेंद के साथ अपना जलवा बिखेरेंगे और इससे वह फिर से आईसीसी की रैंकिंग में नंबर एक टेस्ट गेंदबाज और ऑलराउंडर बनने का दावा ठोकेंगे. लेकिन दोनों ही रैंकिंग में कुछ बनना तो दूर, जडेजा को रैंकिंग में अच्छा-खासा नुकसान उठाना पड़ा. जडेजा के सपने पर ईडन गार्डन की पिच ने भी करारा प्रहार किया क्योंकि ज्यादा श्रीलंकाई बल्लेबाजों का शिकार भारतीय तेज गेंदबाजों ने ही किया.
हालांकि, जडेजा तेज पिचों पर भी विकेट चटकाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कप्तान विराट कोहली ने उन्हें पहली पारी में एक और दूसरी पारी में भी एक ही ओवर थमाया. नतीजा यह हुआ कि जडेजा गेंदबाजी रैंकिंग में एक पायदान फिसलकर तीसरे नंबर पर पहुंच गए. साथ ही, उन्हें ऑलराउंडर की कैटेगिरी में 20 प्वाइंट्स का अच्छा खासा नुकसान भी झेलना पड़ा है. बहरहाल, अब जबकि बाकी के दो टेस्ट मैचों में पिच ईडन जैसी नहीं होने जा रही है, तो उम्मीद है कि विराट श्रीलंका के खिलाफ अपने इस सबसे कामयाब गेंदबाज का अच्छा-खासा इस्तेमाल करेंगे.