देश की राजधानी दिल्ली में रोक के बावजूद जुगाड़ ठेला धड़ल्ले से चल रहा है. रविवार को इस ठेले ने दो युवकों की जान ले ली. घटना शाहदरा जिले के गीता कॉलोनी फ्लाईओवर की है. इस फ्लाईओवर पर दोनों युवक जुगाड़ से बने मोटर ठेले पर माल लोड कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे थे. रफ्तार अधिक होने के कारण चालक टर्न पर अपना संतुलन खो बैठा जिसके बाद जुगाड़ फ्लाईओवर की रेलिंग से टकराते ही दोनों युवक सामान समेत फ्लाई ओवर से नीचे गिर गए.
हादसे में दोनों बुरी तरह घायल हो गए. इलाज के लिए उन्हें स्वामी दयानंद अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया. मोंटू और शमशाद परिवार सहित गांधी नगर की सफेदा झुग्गी में रहते थे. मोंटू के परिवार में पिता और भाई है जबकि शमशाद के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. दोनों ही गांधी नगर में मजदूरी करते थे.
रविवार शाम को दोनों जुगाड़ ठेले से जींस बनाने का सामान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे थे. ठेले को राजू नामक तीसरा युवक चला रहा था. दोनों सामान अनलोडिंग के लिए राजू के साथ जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो राजू बेहद तेज गति से जुगाड़ ठेला चला रहा था.
गीता कालोनी लाईओवर पर चढऩे के बाद उसने जैसे ही शांति वन की ओर जाने के लिए राउंड मोड़ पर जुगाड़ ठेला मोड़ा, उसका नियंत्रण खो गया. ठेला लाईओवर की रेलिंग से रगड़ खाता चला गया. इधर सामान के ऊपर बैठे मोंटू व शमशाद करीब 25 फुट नीचे सड़क पर गिर गए. खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. हादसे का पता चलते ही दोनों के घरों में मातम फैल गया. फ़िलहाल पुलिस ने दोनों युवकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मॉर्चुरी भेज दिया गया है. पुलिस जुगाड़ ठेला चला रहे राजू से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है.