सरदार पटेल के योगदान को इतिहास के झरोखे से मिटाने का प्रयास किया गया: PM नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित रन फार यूनिटी कार्यक्रम में कहा कि देश की आजादी के लिए सरदार पटेल ने अपना जीवन खपा दिया. उन्‍होंने साम-दाम-दंड-भेद के इस्‍तेमाल से देश को रियासतों में नहीं बंटने दिया गया और राष्‍ट्र के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसके बावजूद आज की पीढ़ी को सरदार साहब के  इतिहास के योगदान को कम करके बताया गया. इतिहास के झरोखे से इस महापुरुष के योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया या उनके योगदान को कमतर करके पेश करने की कोशिश की गई लेकिन इस देश की युवा पीढ़ी उनको इतिहास से ओझल करने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए जब हम सत्‍ता में आए तो सरदार पटेल की जयंती पर रन फार यूनिटी मनाने का निश्‍चय किया गया.

इस संदर्भ में देश के पहले राष्‍ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्‍होंने कहा था आजाद सोचने और बोलने के लिए भारत नाम का देश आज उपलब्‍ध है. यह सरदार वल्‍लभ पटेल की दृष्टि, दृढ़ता और प्रशासनिक पकड़ के कारण ऐसा हो पाया है. ऐसा होने के बावजूद हम उनको भूल गए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इन शब्‍दों में देश के पहले राष्‍ट्रपति ने सरदार पटेल के संबंध में अपनी पीड़ा जाहिर की. आज भले ही किसी ने उनको भुलाने की भरसक कोशिश की हो लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया.

इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा भारत विविधताओं भरा देश है. विविधता में एकता ही हमारी पहचान है. जब तक हम उस विविधता का सम्‍मान नहीं करेंगे तब तक यह महज एक शब्‍द ही रहेगा और राष्‍ट्र-निर्माण में इसका इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकेगा. पीएम मोदी ने युवाओं को राष्‍ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ भी दिलाई. इंदिरा गांधी की पुण्‍यतिथि पर उनको भी पीएम नरेंद्र मोदी ने याद किया. इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मेजर ध्‍यान चंद नेशनल स्‍टेडियम में एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लिया और वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया.

 

इस अवसर पर नेशनल स्टेडियम से लेकर सी-हैक्जागोन और शाहजहां रोड से होती हुई इंडिया गेट (1.5 किलोमीटर) तक एकता दौड़ का आयोजन किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया. कर्णम मल्‍लेश्‍वरी, दीपा कर्माकर, सुरेश रैना और सरदार सिंह नेे इसमें शिरकत की. इस कार्यक्रम के आयोजकों में गृह मंत्रालय, आवास और शहरी मामले मंत्रालय, खेल विभाग, युवा मामले विभाग, रेल मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा जीएनसीटीडी एवं सीपीडब्ल्युडी, एनडीएमसी, डीडीए, एसएआई, सीएपीएफ एवं दिल्ली पुलिस सहित कई संगठन शामिल हैं.

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