नई दिल्ली: बीएसएफ के 52 वें स्थापना दिवस पर बीएसएफ महानिदेशक के के शर्मा ने कहा कि सरहद पर बर्फबारी से निबटने के लिए बीएसएफ पूरी तरह से तैयार है. पाकिस्तान में आतंकी लांच पैड्स मौजूद हैं, जहां वह घुसपैठ के लिए तैयार आतंकी बैठे हैं. बर्फबारी के मौसम में सीमाा पार घुसपैठ बढ़ने की आशंका है. इसके लिए हमने सीमा पर अपने जवानों को तैनात किया है ताकि हर हालात से का सामना कर सके. उन्होंने ये भी कहा कि सवा साल बाद पाकिस्तान रेंजर्स से लंबे समय बाद बातचीत शुरू हुई है लेकिन बड़े अफ़सोस की बात है कि पाकिस्तान की सत्ता कोई रास्ता नहीं बनने देना चाहती.
बीएसएफ डीजी ने कहा कि जम्मू इलाके में इंटीग्रेटेड बॉर्डर प्लान के तहत पांच-पांच किलोमीटर पर स्मार्ट-फेंसिंग का काम चल रहा है जो मार्च 2018 तक पूरा हो जाएगा. इसमें सेंसर का इस्तेमाल होता है. सॉफ्टवेयर की मदद से फैसले ले सकेंगे और रियेक्ट कर सकेंगे. ख़तरा महसूस होने पर क्विक रिएक्शन टीम फ़ौरन रियेक्ट करेगी. साफ है कि सीमा पर तैनात जवान से चूक हो सकती है लेकिन सेंसर के होते ना केवल बार्डर पर निगरानी करना आसान हो जाएगा बल्कि कही भी कोई हरकत होने पर जवान तुरंत जवाब दे सकेंगे.
डीजी के मुताबिक, कश्मीर में छुट्टी पर गए जवान की किलिंग हुई, इस पर एडवाइजरी जारी की गई. अपनी पहचान बाहर न बताएं. हमने पुलिस से सिक्योरिटी देने के लिए कहा है. आशा है चीजें बेहतर होंगी. अपने जवानों के स्मार्ट फोन के इस्तेमाल पर कहा कि हमारे जवान स्मार्टफोन का नियंत्रित इस्तेमाल करते रहेंगे. स्मार्ट फ़ोन का हमारे जवान प्रयोग कर सकते हैं पर उसका दुरुपयोग न हो यह सुनिश्चित करके जवानों को चलना है.
इस साल अब तक पाकिस्तान की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बग़ैर उकसावे के 1020 बार युद्धविराम समझौते का उल्लंघन हुआ है जो पिछले की तुलना में दोगुना में भी अधिक है. उन्होंने माना कि युद्धविराम समझौते के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ी हैं. हमारा नुकसान हुआ है लेकिन हमने यह सुनिश्चित किया है कि हम उनको ज़्यादा नुकसान पहुंचाए. पाक फायरिंग में इस साल बीएसएफ के एक जवान शहीद हुआ और छह घायल हुआ था. वहीं, पाक गोलाबारी में एक आम आदमी की मौत हुई और 16 घायल हुए. जम्मू में चेनाब नदी के दक्षिण में आंकड़ों से स्पष्ट है कि उनका नुकसान ज़्यादा हुआ है. सात पाकिस्तानी घुसपैठिये मारे गए, 11 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए और 35 घायल हुए हैं.