नई दिल्ली: ओलंपिक में दो पदक विजेता और तीन साल के बाद वापसी करने वाले दिग्गज पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप के पुरुषों के 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में शुक्रवार (17 नवंबर) को यहां क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेले बिना ही स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इसके बाद वॉक ओवर को लेकर विवाद शुरू हो गया है, लेकिन तीन साल बाद मैट पर वापसी के बाद इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले दिग्गज खिलाड़ी का कहना है कि, ”तीनों अहम मुकाबलों में प्रतिद्वंद्वी पहलवानों के बिना लड़े पीछे हटने पर वह अपनी जीत कबूल करने के अलावा भला क्या कर सकते थे.”
सुशील ने अपने चिर-परिचित अंदाज में शुरुआती दो दौर पर अपने प्रतिद्वंदियों को मात दी, लेकिन उन्हें क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में कोई चुनौती नहीं मिली. तीनों मुकाबलों में उन्हें वॉकओवर मिला. इस प्रतियोगिता में उन्हें महज एक मिनट 33 सेकेन्ड की कुश्ती लड़नी पड़ी. फाइनल में सुशील का मुकाबला प्रवीण राणा से था, लेकिन चोटिल होने के कारण मुकाबले में नहीं उतरे. इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्हें प्रवीण ने वॉकओवर दिया तो वही सेमीफाइनल में सचिन दहिया उनके खिलाफ मैदान में नहीं उतरे.
ऐसे में इस वॉकओवर विवाद में बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर भी कूद गए हैं. मुकाबले में बिना लड़े सुशील कुमार द्वारा गोल्ड मेडल जीतने पर फरहान ने अपनी राय देते हुए कहा है कि उन्हें ये मेडल स्वीकार नहीं करना चाहिए.
फरहान अख्तर ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं सुशील कुमार की बहुत इज्जत करता हूं. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन, खून और पसीने से जो भी हासिल किया है मैं उसकी बहुत इज्जत करता हूं. इसलिए मुझे उम्मीद है कि वे इस मैच में जीता गया गोल्ड मेडल स्वीकार नहीं करेंगे. मेडल स्वीकार करना किसी खिलाड़ी की तरह नहीं होगा.’