मौसम विभाग ने मुंबई में भारी बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने आज कहा कि पश्चिमी तट पर मानसून सक्रिय है. मुंबई, ठाणे और पश्चिमी तट के आसपास भारी बारिश की उम्मीद है.
मुंबई: महाराष्ट्र में बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत बनकर आई है. मानसून की पहली बारिश से मुंबईकरों को गर्मी से तो राहत मिली है लेकिन निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. राज्य में बारिश की वजह से हुए हादसों में कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है.
मुंबई में कई इलाकों में जाम लगना शुरू हो गया है और लोकल ट्रेन देर से चल रही है. पिछले 24 घंटों की बात करें तो मुंबई शहर में 127 mm, पश्चिम उपनगर में 117mm और पूर्वी उपनगर में 197 mm बारिश हुई है. मौसम विभाग ने कहा, ”पश्चिमी तट पर मानसून सक्रिय है. मुंबई, ठाणे और पश्चिमी तट के आसपास भारी बारिश की उम्मीद है.”
दिल्ली की बात करें तो यहां भारी गर्मी पड़ रही है. दिल्ली में तीन जुलाई तक मानसून आने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजधानी में तीन जुलाई तक मॉनसून के आने की संभावना है. शुरू में शहर में हल्की बारिश होगी.’’
शुक्रवार को शहर में मॉनसून में पहली बार भारी बारिश हुई. 45 साल में इस बार शहर में मॉनसून सबसे अधिक देरी से पहुंचा. मुंबई में सुबह भारी बारिश हुई जिससे सूखे का लंबा दौर खत्म हो गया, हालांकि कुछ घंटे की लगातार बारिश ने देश की वित्तीय राजधानी के लोगों को जलजमाव, ट्रेनों के देरी से चलने, यातायात जाम और नाला जाम की समस्या से जूझने के लिये छोड़ दिया.
मुंबई में बारिश की घटनाओं में तीन लोगों की मौत हुई है वहीं पुणे में 17 लोगों की मौत हुई है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के प्रवक्ता ने बताया कि करंट लगने से दो व्यक्तियों की मौत हो गयी जबकि पश्चिमी उपनगरीय इलाके में दो अलग-अलग घटनाओं में दो अन्य घायल हो गये.
निकाय अधिकारी ने बताया कि मरने वालों की पहचान अंधेरी (पूर्व) की रहने वाली काशिमा युदियार (60), गोरेगांव (पूर्व) के रहने वाले संजय यादन (24) और राजेंद्र यादव (60) के तौर पर हुई है. वहीं पुणे में एक दीवार गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई.