अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह झाला ने राज्यसभा उपचुनाव के मतदान के बाद गुजरात विधानसभा से बतौर कांग्रेस विधायक इस्तीफा दे दिया था. दोनों विधायकों ने राज्यसभा उपचुनाव में क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी के पक्ष में वोट देने के बाद इस्तीफा दे दिया था.
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह गुरुवार को आखिरकार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) (Bharatiya Janata Party) में शामिल हो गए। ये दोनों वहीं नेता हैं जिन्होंने गुजरात राज्यसभा के उपचुनाव में क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी के पक्ष में वोट दे दिया था। वहीं क्रॉस वोटिंग के बाद दोनों ने सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने की वजह से अल्पेश को अयोग्य ठहराए जाने की मांग की थी। जिसके बाद से इस बात पर चर्चा शुरू हो गई थी कि अल्पेश बीजेपी का हाथ थाम सकते हैं। इन दोनों ने गुजरात बीजेपी अध्यक्ष जीतू वघानी की मौजूदगी में बीजेपी का हाथ थामा।
कैबिनेट में जगह मिलने पर अभी भी सस्पेंस
अल्पेश ठाकोर को राज्य सरकार की कैबिनेट में स्थान मिलेगा या नहीं, इसे लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। अल्पेश गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग में आने ठाकोर समुदाय से आते हैं और ऐसा माना जाता है कि इस समुदाय के मतदाताओं में अल्पेश की पकड़ है। अल्पेश ने हाल में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा भी की थी। माना जा रहा है अल्पेश को पार्टी में पद मिल सकता है। क्रॉस वोटिंग के बाद विधानसभा से इस्तीफा देकर अल्पेश ठाकोर ने कहा था, ‘मैंने अपना वोट ईमानदार राष्ट्रीय नेतृत्व को दिया है, जो देश को एक नए मुकाम पर ले जाना चाहते हैं। मैंने अपनी अंतरात्मा के अनुसार वोट दिया है।’ ओबीसी नेता ने कहा था, कांग्रेस में मुझे मानसिक तनाव के अलावा कुछ नहीं मिला। मैं अब उस बोझ से मुक्त हूं।’