पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय मदद पर अमेरिका ने लगाम लगा दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ‘बीते 15 सालों में अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 बिलियन डॉलर की मदद दी लेकिन इसके बदले हमें झूठे आश्वसन और धोखे के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ। पाकिस्तान आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह है। उसने हमारे नेताओं को मूर्ख बनाया। लेकिन अमेरिका अब पाकिस्तान की वित्तीय मदद नहीं करेगा।’
बता दें की अमेरिका पाकिस्तान को 2002 से अभी तक 33 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता दे चुका है वहीं अगस्त में अमेरिका ने पाकिस्तान को 255 मिलियन डॉलर की सहायता को रोक लिया था। अमेरिका ने अगस्त में कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवादी समूहों के खिलाफ और अधिक कार्रवाई नहीं करता, तब तक वह 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की धनराशि रोक रहा है।
वहीं कनेडियन परिवार के अपहरण के बाद अमेरिका और पाकिस्तान के बीच की तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। कनेडियन परिवार के अपहरण के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए धमकी दी थी कि हर साल हम पाकिस्तान को बड़ी आर्थिक सहायता देते हैं और उन्हें हमारे नागरिकों की मदद करनी होगी।
उसके बाद अमेरिकी प्रशासन ने 255 मिलियन डॉलर की सहायता को रोक लिया था। जो यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान से खफा है और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा कार्रवाई न किए जाने से नाराज भी है। और पाकिस्तान को यह सीधे तौर पर बता रहा है कि वह उसके रहमों करम है।