नई दिल्ली: शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के 29 दिन बाद राज्य में मंत्रिमंडल का गठन हुआ है. आज पांच मंत्रियों ने शपथ ली है. जिन पांच मंत्रियों ने शपथ ली है उनमें दो सिंधिया खेमे के हैं. सिंधिया खेमे से तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत मंत्री बने हैं, इन दोनों लोगों ने कमलनाथ सरकार से इस्तीफा दिया था.
पिछली कांग्रेस की सरकार ने फसल बीमा का प्रीमियम जमा नहीं किया था, जिसके कारण किसानों को इसका लाभ नहीं मिला। हमने तत्काल प्रीमियम जमा कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप 2990 करोड़ रुपए प्रदेश के लगभग 15 लाख किसानों के खातों में जल्द ही आ जायेगी। pic.twitter.com/FsZnITgcTo
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 20, 2020
मध्य प्रदेश में 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान चौथी बार सीएम बने थे लेकिन अगले दिन ही लॉकडाउन का एलान होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया था. तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत के अलावा नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल मंत्री बने हैं.
उज्जैन के नीलगंगा थाना प्रभारी श्री यशवंत पाल ने कोरोना के खिलाफ साहसिक जंग लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।एक हफ्ते में मध्यप्रदेश पुलिस के दो बहादुर अधिकारियों ने कर्तव्यपथ पर प्राण न्यौछावर कर दिए। इनके बलिदान से हम शोकाकुल हैं। यशवंत की शहादत को कोटिशःनमन व श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/WspkFRv0J1
— DGP MP (@DGP_MP) April 21, 2020
मंत्रिमंडल गठन में क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का खास ध्यान रखा गया है. नरोत्तम मिश्रा का ग्वालियर-चंबल से नाता है, तुलसी सिलावट मालवा से हैं, गोविंद राजपूत बुंदेलखंड से हैं, मीना सिंह महाकौशल व विंध्य और कमल पटेल निमांड़ इलाके से आते हैं. साथ ही जातीय समीकरण को भी महत्व दिया गया है.
बता दें कि तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत विधायक नहीं है. ये पिछली सरकार में मंत्री थे. मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर कमलनाथ सरकार से इस्तीफा देकर बीजेपी से जुड़ गये. मंत्री पद की शपथ लेने वाले नरोत्तम मिश्रा पार्टी के वरिष्ठ विधायक हैं और बीजेपी की सरकार वापसी में उनकी खास भूमिका है. इसके अलावा कमल पटेल हरदा के विधायक और जाट नेता हैं. साथ ही विधायक मीना सिंह आदिवासी पूर्व मंत्री और महिला कोटे से मंत्री बनीं हैं. तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. वहीं गोविंद राजपूत परिवहन और राजस्व मंत्री रह चुके हैं.
देश के संसाधनों पर गरीबों का समान अधिकार है!
जनकल्याण (संबल) योजना गरीब नागरिकों को सुविधाएँ देने के लिए प्रारम्भ की गई थी।
ऐसे समय जब देश-प्रदेश में #COVID19 का प्रकोप है, इस योजना के माध्यम से गरीबों और वंचितों को लाभ देने में सहायता मिलेगी!:मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/U7GoRpFJND
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 20, 2020
वर्तमान में मध्य प्रदेश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है. इसी के चलते छोटे मंत्रिमंडल का गठन हुआ है. बता दें कि राज्य में कांग्रेस के 22 विधायकों द्वारा बगावत कर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को 20 मार्च को पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. 23 मार्च की रात को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उसके बाद से ही मंत्रिमंडल गठन के कयास लगाए जा रहे थे.
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