झारखण्ड में BJP के कद्दावर नेता और नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के भांजे पर एक युवती को अगवा करने का संगीन आरोप लगा है. इस संबंध में लालपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है. पीड़िता ने आरोपियों पर सेक्स रैकेट चलाने का भी आरोप लगाया है.
हजारीबाग की रहने वाली युवती ने सीपी सिंह के भांजे अजित सिंह, उनकी मां नीलम सिंह, राहुल सिंह और प्रशांत सिंह के खिलाफ केस किया है. साथ ही पीड़िता ने उन पर 14 लाख रुपये फिरौती वसूलने का और फर्जीवाड़ा कर कोर्ट मैरेज करने का भी आरोप लगाया है.
आरोपियों ने भी युवती पर दर्ज कराया केस
इस बीच आरोपी युवक ने भी चुटिया थाने में युवती व उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. आरोपियों में शामिल नीलम सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि लड़की और लड़का दोनों एकदूसरे से प्रेम करते थे और शादी करना चाहते थे. लड़की के पिता अपनी मर्जी से शादी का खर्च देना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने 14 लाख रुपये का चेक दिया. वहीं आरोपी का कहना है कि उसकी शादी दस अक्टूबर को युवती की मर्जी से कोर्ट में हुई थी. शादी के बाद दोनों साथ रहते थे.
‘केक में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया गया’
FIR में पीड़िता ने बताया है कि पहले उसे बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया. बीते अगस्त महीने में कॉलेज कैंपस सेलेक्शन के दौरान युवती को किसी बैंक में सेलेक्ट होने की जानकारी दी गई. पूरी साजिश में राहुल सिंह, अजीत सिंह और प्रशांत सिंह शामिल थे. कुछ दिन के बाद युवती को नीलम सिंह नाम की महिला से मिलने को कहा गया, जहां राहुल, अजीत और प्रशांत पहले से मौजूद थे.
तीनों युवती को एक होटल में ले गए. वहां उसे बताया गया कि आज राहुल का जन्मदिन है. पीड़िता के मुताबिक उसे जन्मदिन के नाम पर केक खिलाया गया, जिसे खाने के बाद वह बेहोश हो गई. होश में आने पर राहुल सिंह ने उसे बताया कि उसका अश्लील वीडियो बनाया गया है. साथ ही युवती को इस घटना का किसी से जिक्र न करने की धमकी भी दी गई और कहा गया कि यदि उसने किसी को बताया तो उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिए जाएंगे.
फर्जीवाड़ा कर युवती से किया कोर्ट मैरेज
इस बीच युवती के शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी आरोपियों ने रख लिए. युवती ने दर्ज शिकायत में बताया है कि शैक्षणिक प्रमाण पत्र मांगने पर आरोपी उसे कचहरी स्थित मैरेज रजिस्ट्रार के पास ले गए. वहां राहुल ने उससे गलत ढंग से कोर्ट मैरेज कर लिया. कोर्ट मैरेज करने के बाद उन लोगों ने युवती को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अगवा कर लिया और उसके पिता को फोन कर फिरौती की मांग की गई.
इसके बाद युवती को राहुल के पिता रामाशीष सिंह मध्य प्रदेश में सतना लेकर चले गए. युवती को अगवा करने और 14 लाख रुपये फिरौती मांगने पर परिजनों ने स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों की मदद ली. स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों की मदद से पीड़िता को 24 नवंबर की देर रात डेहरी-ऑन-सोन से मुक्त करा लिया गया.
मंत्रीजी ने कही दोषी को सख्त सजा देने की बात
इस बीच पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि आरंभिक जांच के बाद इसमें दूसरी धाराएं जोड़ी जाएंगी. सदर DSP विकास चंद्र श्रीवास्तव ने मामले में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया और सिर्फ इतना बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है. वहीं निशाने पर आए सीपी सिंह ने कहा है कि अगर कोई दोषी है तो उसे कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.