घनश्याम ने एक बयान में कहा, ‘मैं सभी भारतीयों से धैर्य बनाए रखने और कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के परामर्श का पालन करने की अपील करती हूं. आइए हम इस चुनौती से लड़ने के लिए तैयार रहें और घबराएं नहीं.’
लंदन:ब्रिटेन में पदस्थापित भारतीय उच्चायुक्त ने यात्रा प्रतिबंधों के कारण वहां फंसे भारतीय नागरिकों से रविवार को अपील की कि वे कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए ‘मुश्किल हालात’ में जिम्मेदार रवैया अपनाएं. उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने वीजा की अवधि पूरी होने के कारण प्रवासी का दर्जा समाप्त होने को लेकर चिंतित भारतीयों को भरोसा दिलाया कि भारतीय प्राधिकारी ब्रिटेन में अपने समकक्षों के संपर्क में थे और ब्रितानी प्राधिकारियों ने कहा है कि कोविड 19 के कारण पैदा हुए हालात के लिए किसी को ‘अनुचित रूप से दंडित’ नहीं किया जाएगा, जो उनके हाथ में नहीं हैं.घनश्याम ने एक बयान में कहा, ‘मैं सभी भारतीयों से धैर्य बनाए रखने और कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के परामर्श का पालन करने की अपील करती हूं. आइए हम इस चुनौती से लड़ने के लिए तैयार रहें और घबराएं नहीं.’ उन्होंने कहा कि भारत जाने वाली उड़ान 31 मार्च तक निलंबित हैं लेकिन मिशन भारतीय प्राधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं और यात्रा परामर्श में कोई भी बदलाव होने पर जल्द से जल्द सूचित किया जाएगा.
उच्चायुक्त का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब भारतीय छात्रों के एक समूह ने शनिवार रात को लंदन में भारतीय उच्चायोग के परिसर में शरण मांगी. उन्होंने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर यात्रा पाबंदियों के बावजूद विमान से भारत भेजे जाने की मांग की है. भारतीय सामुदायिक समूहों की मदद से रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की पेशकश को 19 छात्रों के इस समूह ने ठुकरा दिया. इनमें से ज्यादातर छात्र तेलंगाना के हैं. दरअसल भारत ने ब्रिटेन और यूरोप के यात्रियों पर इस महीने के अंत तक प्रतिबंध लगा रखा है. बता दें, ब्रिटेन में शनिवार तक कोरोना वायरस के करीब 5,000 मामले सामने आए और 244 लोगों की मौत हो चुकी है.
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
Idea TV News:- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।