आप अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए तो प्लानिंग करते हैं, लेकिन कभी भी उन्हें बैंक, बीमा और बचत की कोई जानकारी नहीं देते. अक्सर बच्चे बड़े होकर इस फाइनैंशियल वर्ल्ड में बिना जानकारी के कूदने को मजबूर होते हैं.
एलजे बिजनेस स्कूल की सीएफपी, सीईओ पूनम रूंगटा का कहना है कि बच्चों को सबसे पहला गुरुमंत्र, पैसों की अहमियत सिखाना है, फिर चाहे वो चॉकलेट खरीदने के लिए ही क्यों न हो, उन्हें ये समझाना बहुत जरूरी है कि पैसों से खरीदारी की जा सकती है और इसलिए पैसों को बडे़ ध्यान से खर्च करना चाहिए. उन्हें उनकी मनपसंद चीजें खरीदने के लिए भेजिए, कुछ नहीं तो काउंटर पर जाकर पैसे चुकाने तक का काम उन्हें पैसों की अहमियत समझाएगा.
आपको अपने बच्चों से पैसे की बातें करनी चाहिए. यह वैसे तो कम जरूरी लगता है, लेकिन लॉन्ग टर्म के नजरिए से येे ज्यादा जरूरी हैं. हम बच्चे को पैसे के बारे में कुछ नहीं पढ़ाते. बच्चों को कमाई और खर्च के बारे में जरूर बताना चाहिए.
पहले चीजें सस्ती क्यों थी? भविष्य में किसी चीज की कीमत क्यों बढ़ेंगी? इस तरह के बहुत से सवाल हैं जो बच्चों को पूछना चाहिए और हमें उसका जवाब देना आना चाहिए.
आपको अपने बच्चों से पैसे की बातें करनी चाहिए. यह वैसे तो कम जरूरी लगता है, लेकिन लॉन्ग टर्म के नजरिए से येे ज्यादा जरूरी हैं. हम बच्चे को पैसे के बारे में कुछ नहीं