CBI ने रेलवे के 9 अधिकारियों के खिलाफ करप्शन का केस दर्ज कर जांच शुरू की है. इन रेलवे अफसरों पर फर्जी बिल दिखाकर करीब 8 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है. रेलवे अफसरों के अलावा चार कंपनियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
जिन रेलवे अधिकारियों के खिलाफ करप्शन का केस दर्ज हुआ है, उनमें इलाहाबाद के RDSO भी शामिल हैं. CBI के अनुसार, 2005 से 2016 के बीच रेलवे ट्रैक पर कराए गए ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन के काम के लिए होने वाले भुगतान में यह घोटाला हुआ है.
रेलवे ट्रैक के ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए सामान की आपूर्ति का ठेका लेने वाली कंपनियों में इलाहाबाद की कंपनी चंद्रा मेटल्स, श्रीराम केबल्स, JK केबल्स और ओम साईं उद्योग लिमिटेड शामिल थीं. इन्हीं चार कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
सीबीआई को शिकायत मिली थी कि रेलवे के अधिकारियों और कंपनियों के मालिकों ने मिलकर करीब 8 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान फर्जी बिलों के आधार पर किया था. इतना ही नहीं ठेका देने में भी नियमों का पालन नहीं किया गया था. प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने भी चारों कम्पनियों को दोषी पाया था.
रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई में मुकदमा दर्ज किया गया. इस मामले में सीबीआई ने अधिकारियों और फर्म संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी भी की. शुक्रवार को सीबीआई ने लखनऊ, इलाहाबाद, दिल्ली, सोनीपत और पंजाब में 7 जगहों पर छापा मारा और अहम दस्तावेज बरामद किए हैं.