इसरो ने चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण टाल दिया है. चंद्रयान-2 के लॉन्च व्हीकल में तकनीकी दिक्कत आने से फिलहाल प्रक्षेपण रोक दिया गया है. अब आज यानी 15 जुलाई को चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण नहीं होगा. इसरो जल्द ही भारत के इस मून मिशन के लॉन्चिंग की नई तारीख का एलान करेगा. चंद्रयान-2 की सोमवार तड़के 2 बजकर 51 मिनट पर श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग होनी थी लेकिन आखिरी पलों में तकनीकी दिक्कतों की वजह से इसे टालना पड़ा.
नई दिल्ली: Chandrayan 2 Launch: भारत के दूसरे मून मिशन चंद्रयान 2 15 जुलाई को लॉन्च होना था. लेकिन आखिरी पोल में तकनीकी खामी के चलते चंद्रयान 2 मिशन को टाल दिया गया है. जल्द ही चंद्रयान 2 के लॉन्च की तारीख का ऐलान किया जाएगा.इ सरो जल्द ही भारत के इस मून मिशन के लॉन्चिंग की नई तारीख का एलान करेगा.
बता दें कि चंद्रयान 2 15 जुलाई रात 2.51 बजे चंद्रयान 2 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाना था. इसमें 3870 किलो का चंद्रयान है. 375 करोड़ रुपए का जीएसएलवी मार्क 3 रॉकेट 603 करोड़ रुपए के चंद्रयान-2 के साथ उड़ान भरने वाला था, 44 मीटर लंबे और 640 टन वजनी जीएसएलवी एमके 3 रॉकेट को बाहुबली और फैट ब्वॉय नाम दिया गया है. लेकिन तकनीकी खराबी के कारण चंद्रयान लॉन्च को रोक दिया गया है.
इसरो के वैज्ञानिक ने 1987 से अब तक सुदूर ग्रहों के अध्ययन के लिए 7 उपग्रह लॉन्च किए हैं. भारत के दूसरे मून मिशन की विदेशी मीडिया में खूब चर्चा हो रही है. भारत के मून मिशन चंद्रयान 2 को हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम से भी सस्ता बताया जा रहा है.
चंद्रयान 2 चांद के साउथ पोल में जाएगा अभी तक किसी भी देश चांद के साउथ पोल में नहीं गया हैं. भारत पहले देश होगा जो चांद के साउथ पोल में जाएगा. चंद्रयान 2 मिशन चांद के सतह की जानकारी देगा. कहा जा रहा है कि चंद्रयान 7 दिनों तक काम करेंगा. इससे पहले 3 देश रूस, यूएसए और चीन चांद की सतेह पर जा चुके हैं. भारत विश्व का चौथा देश होगा जो चांद की सतह पर पहुंचेगा
22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान-1 लॉन्च किया गया. 2013 में मंगलयान और 2015 में एस्ट्रोसेट का प्रक्षेपण किया गया था. 1987 में अब तक सिर्फ एक लॉन्चिंग ही फेल हुई थी. उसके बाद से एक भी नहीं, श्रीहरिकोटा में बूंदा बांदी शुरू हो गई है.