जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बन गए हैं। रक्षा प्रमुख के पद पर वे तीनों सेनाओं में समन्वय कायम रखने का काम करेंगे। आज वे दिल्ली स्थित वार मेमोरियल पहुंच और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने पहली बार मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं एकजुट होकर काम करेंगी और तालमेल ठीक रहा तो सब अच्छा होगा। इससे पहले थलसेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे भी बुधवार सुबह दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मंगलवार को उन्होंने थलसेना के 28वें अध्यक्ष के रूप में अपना पदभार ग्रहण किया था। जनरल एम एम नरवणे को इसके बाद सेना ने गार्ड ऑफ आनर दिया गया।
बता दें कि जनरल बिपिन रावत रक्षा मंत्रालय के सलाहकार के रूप में काम करेंगे। नियुक्ति के बाद जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि कठिन परिस्थितियों में सहयोग देने के लिए भारतीय सेना के सभी जवानों और अफसरों को शुक्रिया।
जनरल बिपिन रावत मंगलवार को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए। इस दौरान उनके सम्मान में साऊथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी साथ ही सेने के सभी जवानों को भी धन्यवाद कहा। सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनने पर अमेरिका ने बधाई दी है।
Chief of Defence Staff(CDS) General Bipin Rawat on allegations that he is politically inclined: We stay far away from politics, very far. We have to work according to the directions of the Government in power pic.twitter.com/CYQnp3C9o6
— ANI (@ANI) January 1, 2020