कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया तबाह है। कोविड-19 ने पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा अमेरिका को नुकसान पहुंचाया है और अब तक वहां मौत का सिलसिला जारी है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 2448 लोगों की मौत हो गई है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी है। बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस से मौत के आंकड़ों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 2448 लोगों की मौत से कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 75543 पहुंच गई है। वहीं अब तक 1,292,623 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। अगर दुनियाभर की बात करें तो कोरोना वायरस के 3,915,986 मरीज सामने आए हैं और 270,701 मौतें दर्ज की गई हैं। कोरोना से होने वाली मौत के मामले में ब्रिटेन इटली और स्पेन से आगे निकलकर अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। ब्रिटेन में कोरोना से अब तक 30,615 लोग जान गंवा चुके हैं।
Brace yourself, America, for "single worst jobs report in history" https://t.co/k5liaI7tk1 pic.twitter.com/uWq7vzVBid
— CBS News (@CBSNews) May 8, 2020
कोविड-19 वुहान की प्रयोगशाला से ही पैदा हुआ: पोम्पिओ
वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन के पास पर्याप्त जानकारी है, जिसके दम पर उसे यह विश्वास है कि घातक कोरोना वायरस चीन के वुहान की प्रयोगशाला से ही पैदा हुआ है। पोम्पिओ ने ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘हमने इस संबंध में जो खुफिया जानकारी एकत्र की है, मैं उसके बारे में नहीं बता सकता, लेकिन हमारे पास इतनी जानकारी है कि हम अब हमें इस बात पर पूरा भरोसा है।’ मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बात के सबूत देखे हैं कि यह वायरस संभवत: ‘वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान से निकला है।
.@chrislhayes on Trump’s valet testing positive for COVID-19:
“Yes, Mr. President. It is scary. It’s unnerving. That is why the rest of America is basically hunkered down and more than 33 million people are unemployed and some of us mourning the 70,000+ who have died." pic.twitter.com/gxxGKSzOvc
— All In with Chris Hayes (@allinwithchris) May 8, 2020
अमेरिका की बेरोजगारी दर अप्रैल में 1929 के बाद सबसे उच्च स्तर पर
अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी से उपजे आर्थिक संकट से अप्रैल में बेरोजगारी दर अपने उच्च स्तर पर पहुंच सकती है। इसके 1929 की महामंदी के बाद सबसे अधिक रहने की आशंका है। आंकड़े उपलब्ध कराने वाली कंपनी फैक्टसेट के मुताबिक, अप्रैल की बेरोजगारी दर 16 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है। जबकि मार्च में यह 4.4 प्रतिशत थी। अर्थशास्त्रियों के हिसाब से अप्रैल में 2.1 करोड़ या उससे अधिक नौकरियों की कटौती की आशंका है। यदि ऐसा होता है, तो इसका मतलब 2008 में आई मंदी के बाद रोजगार के मोर्चे पर जितनी वृद्धि दर्ज की गयी, वह सब एक महीने में खत्म हो जाएगी।
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