देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को भारत में कोरोना वायरस के 1813 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जिसके साथ ही देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 31,787 हो गई है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को भारत में कोरोना वायरस के 1813 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जिसके साथ ही देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 31,787 हो गई है। इसके अलावा बुधवार को कोरोना वायरस से 71 लोगों की मौत हुई। इन लोगों की मौत के बाद देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या एक हजार के पार पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई।
In the last 24 hours, 308 new #COVID19 positive cases reported in Gujarat, taking the total number of positive cases in the state to 4082, including 527 cured/ discharged and 197 deaths: Gujarat Health Department pic.twitter.com/ljflA7SNz4
— ANI (@ANI) April 29, 2020
केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, अभी तक देश में कुल 1008 लोगों की मौत हुई है जबकि कुल 7797 लोग कोरोना वायरस से रिकवर हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यह कुल संक्रमित मरीजों की संख्या का 24.5 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों के दौरान 827 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गयी है। अभी देश में कोरोना वायरस के कुल 22982 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज जारी है।
देश के कुल 32 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के मामले हैं। महाराष्ट्र देश का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है। यहां सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल 9318 पॉजिटिव केस सामने आए, जिनमें से 1388 लोग ठीक हो गए और इलाज के बाद घर वापस लौट गए जबकि 400 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हो गई। यहां गौर देने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र के आधे से ज्यादा मामले सिर्फ मुंबई से ही सामने आए हैं।
वहीं, इससे अतिरिक्त स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने देश में संक्रमण फैलने की गति में निरंतर गिरावट आने और संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक अभियान में भारत की कामयाबी के प्रति विश्वास व्यक्त किया। बयान के अनुसार डॉ हर्षवर्धन ने सामाजिक संगठन ‘लायंस क्लब इंटरनेशनल’ के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में कहा कि देश में कोरोना के सिर्फ 0.33 प्रतिशत मरीजों को ही गंभीर हालत में होने के कारण वेंटिलेटर पर रखा गया है।
On CBSE examinations,yesterday I had a discussion with education ministers of states. I have very clearly told them that the CBSE exams that were not conducted due to #COVID19 outbreak will be conducted once situation becomes normal in the country: Union HRD Min Ramesh Pokhriyal pic.twitter.com/UiEW2TJuzN
— ANI (@ANI) April 29, 2020
उन्होंने कहा कि देश में अधिकांश संक्रमित मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर है और 1.5 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है, जबकि संक्रमण के लक्षणों की अधिकता वाले 2.34 प्रतिशत मरीजों का सघन चिकित्सा केन्द्र (आईसीयू) में इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ अभियान में वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये बहुस्तरीय रणनीति को अपनाया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी के बलबूते, भारत इस महामारी से उबरने में कामयाब होगा।
Gujarat: Total 14 #COVID19 patients discharged today from Sardar Vallabhbhai Patel Institute of Medical Sciences and Research (SVPIMSR) in Ahmedabad, after testing negative twice. (Image source: SVP Hospital) pic.twitter.com/kWwdvJTjNl
— ANI (@ANI) April 29, 2020
मंत्रालय की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने बुधवार को राज्य सरकारों और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक कर कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे उपायों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय प्रशासन को संक्रमण पर निगरानी के लिये आरोग्य सेतु एप को जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया।
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