दुनिया में कोरोना: में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या चार लाख

दुनिया में रविवार को कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या चार लाख तक पहुंच गई. इससे एक दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील ने मानक जन स्वास्थ्य नियमों को तोड़ते हुए संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा जारी करने पर रोक लगाई थी.

बार्सिलोना: दुनिया में रविवार को कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या चार लाख तक पहुंच गई. इससे एक दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील ने मानक जन स्वास्थ्य नियमों को तोड़ते हुए संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा जारी करने पर रोक लगाई थी. जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में अबतक कम से 69 लाख कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. उल्लेखनीय है कि दुनिया में बीमारी की निगरानी के लिए विश्वविद्यालय के आंकड़ों का संदर्भ दिया जाता है.

संस्थान के मुताबिक दुनिया में मौतों के मामले अमेरिका शीर्ष पर है, जहां पर सबसे अधिक 1,10,000 लोगों के कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत होने की पुष्टि हुई है. वहीं, पिछले साल चीन के वुहान में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस से अबतक यूरोप में 1,75,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है. हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जॉन हापकिंस के आंकड़े महामारी के वास्तविक प्रभाव को दिखाने में नाकाम है क्योंकि वास्तविक संक्रमितों की संख्या कहीं अधिक है.

कई सरकारें विश्वसनीय आंकड़े नहीं दे रही हैं जिसे महामारी का वास्तविक संकेतक माना जाता है. वहीं, जांच की संख्या भी कम है खासतौर पर संकट के शुरुआती चरण में. इटली और स्पेन की एजेंसियों के मुताबिक दोनों देशों में संयुक्त रूप से करीब 60 हजार लोगों की मौत हुई है. हालांकि, वे स्वीकार करते हैं वास्तविक मौतों की संख्या कहीं अधिक है. वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने एक और कदम बढ़ते हुए शनिवार को ट्वीट किया कि ब्राजील में हुई मौतें देश की वास्तविक स्थिति को प्रदर्शित नहीं करती और कहा कि वायरस के संक्रमितों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है.

बोलसोनारो की बीमारी की गंभीरता को लेकर लगातार स्वास्थ्य विशेषज्ञों से बहस हो रही है और उन्होंने ब्राजील के विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर होने की चेतावनी भी दी है. बोलसोनारो के आलोचकों का कहना है कि बीमारी की भयावहता को छिपाने के लिए राष्ट्रपति इस तरह की बातें कर रहे हैं. ब्राजील की ओर से आखिरी बार आधिकारिक रूप से दी गई जानकारी के मुताबिक देश में करीब 34 हजार लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है जो अमेरिका और ब्रिटेन के बाद सबसे अधिक है.

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वहीं देश में करीब 6,15,000 लोग संक्रमित है, जो अमेरिका के बाद सबसे अधिक है. बोलसोनारो की स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बहस के बाद पोप फ्रांसिंस ने लॉकडाउन से बाहर आ रहे देशों के लोगों से सतर्कता बरतने और प्रशासन द्वारा तय सामाजिक दूरी, साफ-सफाई और आवाजाही संबंधी नियमों का अनुपालन करने की अपील की है. पोप ने कहा, ‘‘ सतर्क रहें, विजयी होने का जश्न नहीं मनाएं, इतनी जल्दी प्रसन्न नहीं हों.

नियमों का पालन करें. ऐसे नियम हैं जो वायरस से बचने और दोबारा आगे बढ़ने के लिए बनाए गए हैं.’’ अर्जेंटिना में जन्मे पोप ने वायरस से जा रही लोगों की जान खासतौर पर लातिन अमेरिका में हो रही मौतों पर निराशा जताई. इटली में सार्वजनिक स्थलों पर जमा होने को लेकर लगी रोक हटने के बाद रविवार को मशहूर सेंट पीटर्स स्क्वॉयर पर दोपहर की प्रार्थना में आशीर्वाद लेने के लिए जुटे सैकड़ों लोगों को अपनी खिड़की से देख पोप प्रसन्न दिखे.

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अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने कहा है कि महामारी का प्रकोप रुकने से पहले वे पाबंदियों में ढील दे सकते हैं. अमेरिका में कोरोना वायरस के साथ-साथ जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के भड़की हिंसा से निपटने के तरीकों को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप पर हमला तेज होता जा रहा है. ब्रिटेन ने रविवार को खुलासा किया कि 15 जून से प्रार्थना स्थलों को निजी प्रार्थना के लिए खोला जा सकता है. ब्रिटेन में गत हफ्तों में इस बात को लेकर चिंता बढ़ी है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार बहुत जल्दी पाबंदियों में ढील दे रही है जबकि रोजाना कोविड-19 के करीब आठ हजार मामले आ रहे हैं.

ब्रिटेन में गैर जरूरी सामान की दुकानों को भी 15 जून से खोला जाना है. ब्रिटिश सरकार की आपातकाल पर वैज्ञानिक सलाहकार समूह की बैठक में शामिल प्रोफेसर जॉन एडमुंड्स ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से महामारी खत्म नहीं हुई है और अभी बहुत लंबा सफर तय करना है.’’ फ्रांस में सरकार ने घोषणा की कि वह मंगलवार से फ्रांस की मुख्य भूमि से कैरीबिया और हिंद महासागर स्थित उसके इलाकों में लोगों के जाने पर लगी पाबंदी में ढील देगा.

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स्पेन भी पाबंदियों में ढील देने की कड़ी में अगला कदम उठाने की तैयारी कर रहा है जिसके तहत सोमवार से कम क्षमता के साथ मैड्रिड और बार्सिलोना में रेस्तरां खुलेंगे. तुर्की के इस्तांबुल में लोग लॉकडाउन हटने के बाद पहली बार सप्ताहांत पर शहर के तटों और पार्कों में भीड़ लगाते नजर आए जिसपर स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फटकार लगाई है. रूस अब भी परेशानी का सामना कर रहा है. शुक्रवार को यहां कोविड-19 के करीब नौ हजार नये मामले आए.

पिछले एक हफ्ते से रोजाना लगभग इतने मामले आ रहे हैं. पाकिस्तान में संक्रमितों की संख्या एक लाख के करीब पहुंच गई है. इसके मद्देनजर चिकित्सकीय पेशवरों ने और नियंत्रण और सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने की गुहार लगाई है लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्ण लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था तबाह हो जाएगी.

भारत में कोविड-19 के 9,971 नये मामले सामने आए जो एक दिन में सबसे अधिक मामले का एक और रिकॉर्ड है जबकि एक दिन बाद शॉपिंग मॉल, होटल और धार्मिक स्थलों को खोलने की तैयारी की जा रही है. करीब दस हफ्ते के लॉकडाउन के बाद इन्हें खोला जा रहा है. चीन में दो हफ्ते में पहली बार गैर आयातित कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिला. नया मामला दक्षिण तट के से दूर हैनान द्वीप पर आया है.

https://twitter.com/WhiteHouse/status/1269766587340521473

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