कोरोना वायरस: भारतीयों को गैर जरूरी यात्रा से बचने की सलाह

कोरोना वायरस विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है। दुनिया भर में 126,000 से अधिक लोग कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं और 4,624 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भारत में COVID-19 पॉजिटिव मामलों की संख्या गुरुवार सुबह 73 तक पहुंच गई है। सरकार ने देश में संक्रमण को कम करने के लिए शुक्रवार से 15 अप्रैल तक भारतीय मूल के विदेशियों के वीजा को निलंबित कर दिया है। वहीं सरकार ने भारतीयों से गैर जरूर यात्रा से बचने का आग्रह किया है।संसद में चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी हमारी केंद्रीय संदर्भ प्रयोगशाला है। इसके बाद हमने 15 प्रयोगशालाओं के साथ शुरुआत की है क्योंकि यह एक नियमित परीक्षण नहीं है, इसका परीक्षण हर प्रयोगशाला में नहीं किया जा सकता है। देश भर में 51 प्रयोगशालाओं में और 56 स्थानों पर संग्रह केंद्रों में गतिविधियों का समन्वय किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वुहान से लोगों को वापस लाने वाले हम पहले थे, फिर हम ईरान के बाद क्रूज जहाज से लोगों को वापस लाए। उन्होंने कहा कि हम राज्यों के साथ विवरण साझा कर रहे हैं और हमारी हेल्पलाइन नंबर पर अंतरराष्ट्रीय कॉल आ रही हैं।

– विदेश मंत्री जयशंकर ने लोकसभा में कहा कि हाल ही मैंने श्रीनगर का दौरा किया और ईरान में फंसे छात्रों के माता-पिता से मिला। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाएगी। मैं सदन को बताना चाहूंगा कि इन छात्रों की सैंपलिंग आज से शुरू कर दी गई है।

– जहां समुदाय काफी चिंतित हैं, हमें उन्हें आश्वस्त करना चाहिए और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सावधानियों और प्रक्रियाओं के पर्यवेक्षकों को प्रोत्साहित करना चाहिए। सही समय पर सतर्क होना जरूरी है।

-विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में कोरोना वायरस पर बात करते हुए कहा कि जहां जरूरत है हम हस्तक्षेप कर रहे हैं। चीन, जापान से लेकर ईरान तक हम जरूरी कदम उठा रहे हैं। लेकिन अलग स्थितियों में अलग रेसपांस की जरूरत है। इस समय यात्रा से बचें क्योंकि ये बहुत रिस्की है।

 

आज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने शिवाजी जयंति के अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ संसदीय मामलों को मंत्री प्रहलाद जोशी और शिवसेना के कई सांसद मौजूद थे।राज्यसभा में दिल्ली हिंसा पर आज चर्चा होगी। गृह मंत्री अमित शाह इस दौरान खुद विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है। इससे पहले निचले सदन लोकसभा में भी बुधवार को इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी। बता दें कि बुधवार को काफी हो हंगामे के बाद लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर बहस हुई थी। इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब दिया। जवाब के बीच में ही कांग्रेस के सांसद सदन से बाहर निकल गए।

चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि दिल्ली दंगे के दौरान आगजनी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा, ‘दिल्ली दंगा को राजनीतिक दंग देने का प्रयास हुआ है। जिन लोगों की जान गई है उनके लिए दिल से दुख व्यक्त करता हूं। जो मारे गए उनके परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें आज की चर्चा में नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिस तरह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रखने का प्रयास हुआ इसलिए इस पर स्पष्ट करना चाहूंगा।’

अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने दंगाईयों को भगाने के लिए पत्थरबाजी की थी। 5000 से ज्यादा टीयर गैस के सेल छोड़े गए। लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने घनी आबादी होने के बावजूद दंगे को दबा देना पुलिस की प्राथमिकता थी। दंगा किसी को अच्छा नहीं लगता है। मगर एक सोची समझी साजिश के तहत यह हुए यह मेरा मानना है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दिल्ली दंगे में मारे गए लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, इसका मैं आश्वासन देता हूं। भारत के इतिहास में दंगों में मारे गए लोगों में 76 प्रतिशत कांग्रेस के राज में। 194 के दंगा के आरोपियों को हमने सजा दिलाई है।

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts