केरल सरकार ने कोरोना वायरस को राजकीय आपदा घोषित किया। भारत में कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आ चुके हैं और तीनों चीन से केरल लौटे लोगों में हैं। इससे पहले आए दोनों मामले भी वुहान से लौटे केरल के लोगों में ही आए हैं। दोनों त्रिशूर और अल्पुझा के रहने वाले हैं। राज्य में कोरोना वायरस के तीन मामले आने के बाद नियम 300 के तहत मंत्री ने विधानसभा को आज इस आशय की जानकारी दी। चीन और कोरोना वायरस से प्रभावित अन्य देशों की यात्रा करने वाले 1,999 लोग फिलहाल केरल में हैं। इनमें से 75 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेशन में रखा गया है।
इधर स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को चीन के वुहान से लौटे केरल के एक छात्र के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की है। अधिकारियों के मुताबिक छात्र को केरल के कासरगोड स्थित कान्हागढ़ जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उसकी हालत स्थिर है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ उसकी स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं। केरल में कोरोना संक्रमण का यह तीसरा मामला है। इससे पहले 30 जनवरी और दो फरवरी को वुहान से लौटे दो छात्रों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। दोनों का इलाज त्रिशूर और अलापुझा के अस्पताल में चल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जारी यात्रा परामर्श में संशोधन करते हुए लोगों को चीन की यात्रा से बचने की सलाह दी। उसने यह भी कहा कि भारत में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पड़ोसी देश से लौटने वाले यात्रियों को आइसोलेशन में रखा जा सकता है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति पर नजर रखने और एहतियाती उपाय करने के लिए एक कार्यबल का गठन किया है। इसमें स्वास्थ्य, गृह, नागरिक उड्डयन और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सिंगापुर-थाईलैंड से लौटने वालों की भी जांच
मुंबई। चीन और हांगकांग के बाद अब मुंबई एयरपोर्ट पर सिंगापुर व थाईलैंड से आने वाले यात्रियों में भी कोरोना संक्रमण की जांच शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार ने जांच में मदद के लिए भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को 25 स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम उपलब्ध कराई है।
कोलकाता एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनर लगाए
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कोरोना वायरस की जांच में सक्षम दो थर्मल स्कैनर लगाए हैं। वहीं, जलमार्ग से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए कोलकाता बंदरगाह पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल पहले ही शुरू हो चुका है।