कोरोना वायरस से आईपीएल पर कैंसल होने का खतरा कई युवा क्रिकेटर्स को डिप्रेशन और एंग्जायटी में धकेल सकता है। भारत की वर्ल्ड कप विनिंग (2011) टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच पैडी अपटन ने प्लेयर्स में इस खतरे की आशंका जताई है
- अचानक से आया यह लंबा ब्रेक खिलाड़ियों में बढ़ाएगा असुरक्षा और तनाव
- लॉकडाउन के चलते बढ़ी हैं सभी की प्रफैशनली और फाइनैंशियली चुनौतियां
- युवा क्रिकेटर्स के लिए IPL दुधारू गाय, आयोजन न होने से बढ़ेगी टेंशन
नई दिल्ली टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके पैडी अपटन को लगता है कि अगर इस साल कोरोना वायरस के चलते आईपीएल का आयोजन नहीं हुआ तो इससे देश के कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर्स एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। भारतीय क्रिकेट में पैडी की गहरी छाप रही है और वह साल 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के मेंटल कंडिश्निंग कोच थे। रविवार को उन्होंने हमारे सहयोगी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ से लॉकडाउन के मौजूदा दौर में खिलाड़ियों की मानसिक सेहत और उनके उपचार पर खास बातचीत की।
Himachal Pradesh: 18 people, who were in quarantine after they attended Tablighi Jamaat event in Delhi, have been brought from Paonta Sahib to Medical College in Nahan, Sirmaur where their samples will be collected for test&sent to Indira Gandhi Medical College&Hospital, Shimla. pic.twitter.com/AMET93CcJT
— ANI (@ANI) April 6, 2020
इस बातचीत के दौरान पैडी अपटन ने बताया कि वैश्विक स्तर पर अचानक इतना लंबा ब्रेक आ जाने से सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं दुनिया भर के लोगों में तनाव, एंग्जाइटी और असुरक्षा की भावना बढ़ेगी। सभी के सामने इन दिनों प्रफैशनली और फाइनैंशियली चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
पैडी ने कहा कि ऐसे में वे उभरते हुए ऐथलीट्स जो क्रिकेट के अलावा भी दूसरे खेलों में रुचि लेते हैं उनका स्थिति से पार पाना आसान है, लेकिन जो सिर्फ क्रिकेट पर ही पूरा फोकर करते हैं उनके लिए चिंताएं बढ़ना लाजमी है।
आईपीएल न होने से भारत के घरेलू क्रिकेटरों में एंग्जाइटी और डिप्रशन बढ़ने के सवाल पर टीम इंडिया के इस पूर्व मेंटल कंडिश्निंग कोच ने कहा, ‘स्वभाविक तौर पर आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा आयोजन और दुधारू गाय है। ऐसे समय (लॉकडाउन जैसे हालात) में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद को लेकर ज्यादा सोचता है तो उससे ऐथलीट्स ही नहीं किसी में भी ये चिंताएं बढ़ना लाजमी हैं। मैं सभी को यह सलाह दूंगा कि सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं दूसरे लोग भी इन दिनों इस सामान्य खतरे पर अधिक न सोचें और वे दूसरे लोगों पर अपना ध्यान लगाएं, उनकी चिंताएं करें और इस समय अन्य अवसरों पर भी विचार करें, जिन पर इस मुश्किल समय में फोकस किया जा सकता है।’
Singer Kanika Kapoor has been discharged from Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences (SGPGIMS), Lucknow after the report of her sixth test, came negative. (file pic) pic.twitter.com/LpWEuHyLls
— ANI UP (@ANINewsUP) April 6, 2020
इन मुश्किल दिनों में पैडी खिलाड़ियों समेत सभी को यह सलाह दे रहे हैं कि वे इस जीवन के उन सभी पहलुओं पर बराबर फोकस करें, जो उन्हें एक अच्छा इंसान बनाएं। जैसे खिलाड़ियों को भी अपनी शारीरिक-मानसिक फिटनेस के अलावा भावनात्मक और आध्यात्मिक पहलुओं पर भी ध्यान देना चाहिए।
इन दिनों प्रोऐक्टिव (अतिसक्रिय) रहने की जरूरत है। ऐसे समय में अपनी चिंताओं पर अधिक सोचकर खुद पर तनाव बढ़ाने से बेहतर है कि इन समस्याओं का हल ढूंढा जाए।
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