हमारा देश भी कितना अजीब है. यहां एक पाप से मुक्ति मिलती नहीं कि दूसरा पाप सिर उठाकर खड़ा हो जाता है. हम भी कितने अजीब हैं, जो हम एक ही गलती बार बार दोहराते हैं. हमें कुछ कहने की ज़रूरत नहीं. पीछे लिखे इस नाम से ही आप समझ गए होंगे कि बात किस पर हो रही है. ढ़ोंगी बाबाओं की कतार में एक और नाम जुड़ गया है. आरोपों के मुताबिक ये नया बाबा पिछले वक़्त में गुज़रे तमाम बाबाओं से भी चार हाथ आगे हैं. बाकी बाबाओं की तरह इन्होंने भी खुद भगवान तो घोषित कर ही रखा है. मगर ये भगवान होने के साथ ये दलील देता था कि उसके आश्रम की सभी लड़कियां उसकी 16 हज़ार रानियां हैं. जानिए कौन है ये 16 हज़ार रानियों वाला भगवान.
दिल्ली में एक और ‘गुरमीत राम रहीम’ का खुलासा. खुलने लगी है एक और बाबा की पोल. होने लगा एक और ढोंगी का पर्दाफाश. राजधानी दिल्ली में भक्ति के नाम पर पाखंड करने वाले एक ढोंगी बाबा का पर्दाफाश हुआ है. ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि दिल्ली के रोहिणी इलाके में इस अध्यात्मिक विश्वविद्यालय में भोली-भाली लड़कियों और मासूम बच्चियों का आस्था के नाम पर सालों से शोषण हो रहा था. वो भी सरकार की नाक के नीचे. मगर खुलासा अब जाकर हुआ है.
दिल्ली के इस ‘राम रहीम’ का नाम है वीरेंद्र देव दीक्षित. जो खुद को अध्यात्म गुरु कहता है. इस बाबा की कहानी बड़ी अजीब है. तमाम दूसरे बाबाओं की तरह ये खुद को भगवान का अवतार तो बताता ही है. मगर इसकी तमन्ना सोलह हजार रानियां बनाने की थीं. दिल्ली जैसे बड़े शहर में आस्था के नाम पर चल रहे अय्याशी के इस खेल की पूरी कहानी जानेंगे तो हैरानी होगी. कौन है ये बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित. ये जानने के लिए सबसे पहले इसके आश्रम के बारे में जानिए जिसका नाम है अध्यात्मिक विश्वविद्यालय. बाबा की अय्याशी की कहानी यहीं से शुरू हुई और लगता है यहीं खत्म होगी.
खुद को भगवान बताने वाले इस बाबा का सच क्या है. उसके इस आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से चर्चित इस इमारत के अंदर होता क्या है. ये तमाम सवाल ज़ेहन में उठते हैं जब आप रोहिणी के विजय विहार इलाके में ‘आध्यात्मिक विश्वविद्यालय’ के बाहर पंहुचते हैं. यही हकीकत जानने के लिए यहां दिल्ली पुलिस पुलिस, महिला आयोग और हाईकोर्ट की टीम पहुंचीं थी. इसके बाद वहां शुरू हुआ हंगामा. और अब ये सैकड़ों लोगों की भीड़ इस इमारत के अंदर का सच जानने के लिए बेताब है.कॉलोनी के बीच चारों तरफ से बंद इस इमारत पर बाहर आध्यात्मिक विश्वविद्यालय लिखा हुआ है. लेकिन इमारत के अंदर क्या-क्या होता है, इस पर जितने मुंह-उतनी ही बातें. गुफा के अंदर ‘भट्टी’ में झोकीं जाती हैं लड़कियां!. प्रसाद के नाम पर आश्रम में बांटी जाती है ‘अश्लीलता’. आश्रम में लड़कियों को दिया जाता है ड्रग्स. देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी में बने इस आध्यत्मिक विश्वविद्यालय का सच सामने आया तो पैरों तले ज़मीन खिसक गई. ऊंची-ऊंची दीवारों के बीच इस यूनिवर्सिटी में सेक्स का खेल चल रहा था. मासूम लड़कियों के साथ खिलवाड़ हो रहा था. किले की तरह बने इस विश्वविद्यालय को बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित चला रहा था. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस यूनिवर्सिटी से छुड़ाई गईं लड़कियां कह रही है.