रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जापान के बाद अब द्विपक्षीय यात्रा के लिए दक्षिण कोरिया के लिए रवाना होंगे। वह 5- 6 सितंबर को दो दिन के लिए सियोल जायेंगे और रक्षा मंत्री जियोंग कियॉन्ग – डू के साथ वार्ता करेंगे। इसकी जानकारी राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर दी।
उन्होंने कहा, ”5- 6 सितंबर को कोरिया गणराज्य की द्विपक्षीय यात्रा के लिए टोक्यो से सियोल का रुख। कोरिया गणराज्य में, मैं राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जियोंग कियॉन्ग – डू के साथ एक द्विपक्षीय वार्ता करुंगा और प्रधान मंत्री ली नाक – योन से भी मुलाकात करूंगा।”
उन्होंने दूसरा ट्वीट करते हुए कहा, “कोरिया गणराज्य के साथ द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा व्यस्तताओं को बढ़ाने के लिए व्यापक विचार-विमर्श शामिल होगा।”
उन्होंने कहा कि भारत – आरओके रक्षा उद्योग सहयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सियोल में दोनों पक्षों की ओर से रक्षा उद्योग के सदस्यों की भागीदारी के साथ बी 2 जी बैठक होगी। उसके बाद सीईओ का फोरम भी आयोजित किया जाएगा।
मंगलवार को कोरिया में भारतीय राजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने कहा कि इस दौरान यदि वहां कश्मीर का मुद्दा उठता है तो वह भारत की स्थिति से इस पर अवगत कराएंगे।
बता दें कि इससे पहले राजनाथ सिंह ने सोमवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से टोक्यो में मुलाकात की। राजनाथ सिंह वार्षिक रक्षा मंत्री संवाद के लिए जापान के दौरे पर हैं। शिंजो आबे से मिलने के बाद राजनाथ सिंह ने जापानी रक्षा मंत्री ताकेशी लवेया के साथ बैठक की। दोनों रक्षा मंत्रियों ने क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को संबोधित करने के लिए द्विपक्षीय व्यवस्था और विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
A CEO’s Forum followed by a B2G meeting will also be held in Seoul with the participation of members of Defence Industry from both sides with the aim to encourage India – RoK Defence Industry cooperation.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 4, 2019
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा की। रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता है, तब तक सीमा पर शांति वार्ता की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
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