दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कमर कस ली है और बीजेपी नेताओं के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं। आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने न सिर्फ तैयारियां शुरू कर दी हैं, बल्कि अब मंथन का दौर भी शुरू हो गया है। बीजेपी अब इस पर मंथन करने में जुट गई है कि आखिर विधानसभा चुनाव में कैसे पार्टी केजरीवाल सरकार से टक्कर ले और कैसे केजरीवाल सरकार की मुफ्त की योजनाओं के मुकाबले वोटरों को लुभाया जाए।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की ‘मुफ्त योजनाओं’ के मुकाबले में दिल्ली भाजपा मतदाताओं को लुभाने के लिए संपत्तियों की डी-सीलिंग और अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने जैसे मुद्दे को अपने चुनावी एजेंडे में शीर्ष पर रख सकती है। चुनावी एजेंडा तैयार करने पर तेजी से काम चल रहा है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की शनिवार को दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक के दौरान सीलिंग और अनधिकृत कॉलोनियों के मुद्दे उठे। बैठक में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, उनके पूर्ववर्तियों, शहर के सांसद और विधायक शामिल थे।
बैठक में शामिल हुए एक नेता ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। केजरीवाल सरकार ने हाल ही में पानी और बिजली के शुल्कों पर छूट की घोषणा की है, जिसे भाजपा ने चुनावी स्टंट करार दिया है।