महिलाओं को बस-मेट्रो में मुफ्त सफर का वादा कर चुकी दिल्ली सरकार ने इस योजना पर काम भी शुरू कर दिया है। सरकार बस की प्रत्येक महिला यात्री पर 10 रुपये खर्च करेगी। महिला यात्री चाहे एक किलोमीटर सफर करे या फिर 15 किलोमीटर जाए। डीटीसी ने यह प्रस्ताव परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को भेज दिया है। उनकी मंजूरी के बाद इसे कैबिनेट के लिए भेज दिया जाएगा।
पहले बस में लागू होगी: सरकार ने मेट्रो और डीटीसी दोनों से प्रस्ताव बनाने के लिए कहा था। मेट्रो ने योजना को लागू करने के लिए कम से कम आठ माह का समय मांगा, साथ ही किराया निर्धारण समिति की मंजूरी को जरूरी बताया। उसमें देरी को देखते हुए सरकार ने मेट्रो से पहले डीटीसी बसों में इसे लागू करने का फैसला लिया है। विभागों को उसके हिसाब से तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
किराये का आधार तय: सरकार के सामने यह मुश्किल थी कि आखिर सब्सिडी का आधार क्या होगा। कितनी महिलाओं के हिसाब से दिया जाएगा। अब सरकार के सामने विभाग ने जो प्रस्ताव रखा है, उसके मुताबिक सरकार को प्रत्येक महिला यात्री पर 10 रुपये की सब्सिडी देनी होगी। महिला चाहे पांच रुपये टिकट के बराबर सफर करे या फिर 15 रुपये के बराबर की दूरी तय करें। सरकार को एक औसतन सब्सिडी प्रत्येक महिला यात्री पर देना होगा।
40 लाख से अधिक लोग रोजाना सफर करते हैं दिल्ली में बसों से
300 करोड़ सब्सिडी देनी होगी मुफ्त सफर के लिए
ऐसे होगी व्यवस्था
प्रस्ताव के मुताबिक, बसों में महिला यात्रियों को गुलाबी रंग का एक टोकन या टिकट दिया जाएगा। इसका पैसा नहीं लिया जाएगा। प्रत्येक टोकन के बदले डीटीसी सरकार से 10 रुपये प्रति टिकट के हिसाब से सब्सिडी लेगी। यह व्यवस्था डीटीसी और क्लस्टर बसों के लिए होगी।
मेट्रो में मुफ्त यात्रा में लगेगा समय
वहीं सूत्रों के अनुसार सरकार मेट्रो में महिलाओं के फ्री सफर संबंधी योजना में अभी कम से कम 8 माह का समय लग सकता है. इसके लिए किराया निर्धारण समिति की मंजूरी जरूरी होगी. इस योजना में देरी देखते हुए सरकार ने पहले डीटीसी बसों में इसे लागू करने का फैसा किया है. साथ ही संबंधित विभागों को इस संबंध में पूरी तैयारी करने के भी आदेश दिए गए हैं.