दिल्ली से एक मां की बेहद दुखभरी खबर आई है. इस अभागिन मां को दो दिन में अपने दोनों बेटे गंवाने पड़े. लेकिन इस मां की हिम्मत तो देखिए. उन्होंने खुद श्मशान घाट जाकर अपने दोनों बेटों का अंतिम संस्कार किया. घटना पूर्वी दिल्ली के मधु विहार इलाके की है. पहले की मौत बीमारी से हुई तो दूसरे की भाई को खोने के गम में.
जानकारी के मुताबिक, परिवार मधु विहार में एक अपार्टमेंट में रहता था. पड़ोसियों के मुताबिक मां अपने बच्चों का पूरा ध्यान रखती थी. दोनों बच्चे बेहद तेज थे, शानदार पेंटिंग बनाया करते थे और हमेशा साथ रहते थे. बड़ा बेटा 16 साल का और छोटा बेटा 15 साल का था. दोनों ही बच्चे काफी बीमार थे और विकलांग हो चुके थे.
दोनों बच्चों की मां एमसीडी के एक स्कूल में पढ़ाती हैं. दोनों ही बच्चों की तबीयत बचपन से खराब रहती थी. अनुराग को शुरू से डायबिटीज था, तो आदित्य को एक ऐसी बीमारी थी, जिसकी वजह से उसके अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर रहे थे. बीमारी की वजह से दोनों बच्चे विकलांग हो गए थे.
16 दिसंबर को बड़े बेटे अनुराग की बीमारी के चलते मौत हो गई. लेकिन बेटे की मौत की खबर सुनकर भी जब उसके पिता नहीं आए तो मां ने खुद गाजीपुर श्मशान घाट जाकर बड़े बेटे का अंतिम संस्कार किया. लेकिन छोटा भाई आदित्य बड़े भाई की जुदाई सह नहीं पाया और अगले ही दिन 17 दिसंबर को उसने भी दम तोड़ दिया.
दो दिन में अपने दो बेटों को खोने वाली मां की हालत को बयां कर पाना असंभव है. सदमे में होने के बावजूद मां ने अपने दूसरे बेटे का भी अंतिम संस्कार किया. इस दौरान जितने लोग भी श्मशान घाट में मौजूद थे, सबकी आंखे नम थीं.