राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में स्थित प्राइवेट कॉलेजों में स्टूडेंट्स के बीच ड्रग्स के काले कारोबार का बहुत बड़ा पर्दाफाश हुआ है. नर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की दिल्ली यूनिट ने नशीले पदार्थों का कारोबार करने के आरोप में अलग-अलग कॉलेजों के 4 स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया है.
नए साल के जश्न से ठीक पहले वृहद स्तर पर की गई छापेमारी के दौरान यह इस ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ. गिरफ्तार स्टूडेंट्स में दो दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में पढ़ते हैं, एक छात्र एमिटी यूनिवर्सिटी का जबकि चौथा छात्र प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय JNU का छात्र है.
गिरफ्तार किए गए छात्रों की पहचान अनिरुद्ध माथुर, गौरव कुमार, तेनजिन और सैम मलिक के रूप में की गई है. NCB के मुताबिक उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी की नए साल के जश्न में बड़ी बड़ी पार्टियों में LSD का इस्तेमाल होने वाला है.
जानकारी के मुताबिक, चारों छात्र कोरियर के जरिए नशीला पदार्थ दिल्ली से जयपुर भेजने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही NCB की टीम ने दिल्ली के विजय नगर में स्थित एक कोरियर कंपनी पर रेड मारकर LSD के तीन ब्लॉक पेपर जब्त कर लिए.
एजेंसी ने जब ड्रग्स की खेप की पूरी पड़ताल करनी शुरू की तो एक-एक कर पूरे सिंडिकेट की परतें खुलने लगीं. बताया जा रहा है की ये चारों छात्र हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग गांवों से ड्रग्स की खेप लाकर सप्लाई किया करते थे और मोटा पैसा कमाते थे.
ड्रग्स की सप्लाई में इन छात्रों की मदद हिमाचल प्रदेश का एक बड़ा ड्रग्स तस्कर नीलचंद करता था. गौरतलब है कि नीलचंद पहले से ही एक मामले में वांटेड है. एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए चारों छात्र खुद तो नशे की गिरफ्त में आ ही चुके थे, दिल्ली एनसीआर के कई नामी और बड़े कालेजो में भी ड्रग्स सप्लाई के धंधे से जुड़े हुए थे.
उनमें भी हिंदू कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में बीए कर रहा गौरव इस ड्रग्स रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. पूछताछ के दौरान आरोपी छात्रों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं. वहीं इनके कनेक्शन देश के कई बड़े ड्रग्स सप्लायर्स से रहे हैं. उनके कब्जे से LSD के अलावा भारी तादाद में चरस भी बरामद की गई है.