भारतीय रेल ने 4 अक्टूबर को देश में पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस चलाई है. ये ट्रेन दिल्ली से लखनऊ के बीच चलती है. अब खबर है कि रेलवे 50 अन्य ट्रेन और 100 रेलवे स्टेशन को निजी हाथ में सौंप सकती है. इसी के विरोध में देश के विभिन्न मंडलों में रेलवे यूनियनों ने आज विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है.
नई दिल्ली: भारतीय रेल में निजीकरण की खबरें तेज हैं. देश में पहली प्राइवेट ट्रेन ‘तेजस्व एक्सप्रेस’ के चलने से इस बात को और जोर मिल रहा है. अब खबर है कि रेलवे 50 अन्य ट्रेनों के संचालन को निजी हाथ में सौंपने के साथ 100 रेलवे स्टेशनों को भी निजी हाथ में सौंप सकती हैं. सरकार के इस फैसले के विरोध में विभिन्न रेल मंडलों में रेलवे एम्पलाइज यूनियनों ने आज विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है.
इसी सिलसिले में नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन द्वारा अजमेर मंडल में आज सुबह 9 बजे से 2 बजे तक गांधी भवन चौराहे पर धरना दिया जाएगा. ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन और नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन द्वारा रेलवे द्वारा किए जा रहे निजीकरण के विरोध में आज काला दिवस भी मनाया जाएगा.
रेलवे में निजीकरण के खिलाफ ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ECRKU) भी आज प्रदर्शन करेगा. प्रदर्शन के दौरान ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सदस्य जमा होंगे और पटना जंक्शन पर स्टेशन मास्टर के कमरे के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे.