नई दिल्ली. केंद्रीय खेल और युवा मंत्रालय ने भारतीय एथलीट दुती चंद का अर्जुन अवार्ड और क्रिकेटर हरभजन सिंह का खेल रत्न के लिए नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिया है. ओडिशा सरकार ने दुती चंद का नाम आगे बढ़ाया था. राज्य सरकार ने दुती चंद का नाम भेजने में देरी कर दी, जिस कारण उनका नामांकन रद्द कर दिया. साथ ही केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्रालय ने एथलीट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने रैंकिंग के आधार पर अर्जुन अवार्ड के लिए खिलाड़ियों की लिस्ट मांगी थी. मगर इस रैंकिंग में दुती चंद पांचवें नंबर पर थीं. इस कारण उनका नामांकन आगे नहीं बढ़ पाया.
दुती चंद ने इस बारे में एएनआई से बात करते हुए जानकारी दी है कि अर्जुन अवार्ड के लिए उनका नाम आगे बढ़ाया जाना था. लेकिन ओडिशा में चुनाव आने के चक्कर में उनकी फाइल आगे बढ़ने में देरी हुई. ओडिशा सरकार ने उनका नामांकन आगे तो बढ़ाया लेकिन उसमें देरी हो गई और डेडलाइन के बाद नामांकन होने के चलते उनका नाम खेल रत्न के नॉमिनी से बाहर हो गया.
दुती चंद का कहना है कि वे इस बारे में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की है और जरूरी कार्यवाही करने का निवेदन किया है. सीएम ने केंद्रीय खेल मंत्री से संपर्क कर नए सिरे से उनका नाम भेजने का आश्वासन दिया है.
दुती चंद ने बताया कि सीएम नवीन पचनायक को उन्होंने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में जीता गोल्ड मेडल दिया दिखाया और उनसे फिर से उनकी फाइल भेजने का आग्रह किया. चंद का कहना है कि अभी तक ज्यादा देर नहीं हुई है. अर्जुन अवार्ड की घोषणा अभी तक नहीं हुई है. मेरे नामांकन में देरी सिर्फ लोकसभा और विधानसभा चुनाव और फानी तूफान के कारण हुई है.
आपको बता दें कि दुती चंद भारत की मशहूर धाविका हैं. उन्होंने नपोली में आयोजित हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 11.32 सेकंड में 100 मीटर दौड़ जीतकर गोल्ड मेडल हासिल किया था. इसके अलावा दुती चंद के नाम पर 11.24 सेकंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी करने का नेशनल रिकॉर्ड भी है. इसके अलावा उन्होंने जकार्ता गेम्स में भी देश को दो मेडल दिलाए थे.
इससे पहले पंजाब सरकार ने भी क्रिकेटर हरभजन सिंह का नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए भेजा था. पंजाब सरकार ने भी हरभजन सिंह का नामांकन भेजने में देरी कर दी थी, जिस कारण उनका नाम भारत के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नहीं आगे बढ़ सका.