12 साल के करियर में विद्या बालन को 12 से ज्यादा अवॉर्ड्स मिल चुके हैं. ‘तुम्हारी सुलु’ के लिए हाल ही में उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) का स्टार स्क्रीन अवॉर्ड मिला है. देख-सुनकर लगता है कि अच्छी एक्ट्रेस हैं, तो अवॉर्ड मिलना कोई नई बात नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है.
अच्छी एक्ट्रेस के तौर पर मशहूर होने से पहले विद्या बालन की इमेज एक मनहूस एक्ट्रेस की बन गई थी. ये वो दौर था, जिसका जिक्र करते हुए आज भी विद्या की आंखों में अक्सर हैरानी-परेशानी नजर आती है.
कई लोगों के लिए इस बात पर यकीन करना मुश्किल होगा कि विद्या बालन के करियर में एक वक्त ऐसा भी था, जब उनसे एक के बाद एक 12 फिल्मों से उन्हें निकाल दिया गया.
इतना ही नहीं, इन फिल्मों से लगातार निकाले जाने के बाद दूसरे साउथ इंडियन डॉयरेक्टर्स ने उन्हें मनहूस कहना शुरू कर दिया. फिल्ममेकर्स उन्हें अपनी फिल्मों में लेने से बचने लगे.
एक डायरेक्टर ने तो उन्हें बदसूरत तक कह दिया था. ये बातें विद्या के आत्मसम्मान पर बहुत भारी पड़ रही थीं. वो अंदर से टूट रही थीं, लेकिन उन्होंने अपने भीतर से ही मजबूती जुटाई और हिम्मत नहीं हारी.
आज वो जहां हैं, ये उसी हिम्मत का नतीजा है. अवॉर्ड्स से बात शुरू की है, तो बता दें कि अब तक विद्या को नेशनल फिल्म अवॉर्ड से लेकर पांच फिल्मफेयर, पांच स्क्रीन और भारत सरकार द्वारा पद्म श्री अवॉर्ड तक से सम्मानित किया जा चुका है.
केरल के एक छोटे से शहर से आने वाली विद्या बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं. शबाना आजमी और माधुरी दीक्षित उन्हें काफी पसंद थीं. शुरुआत में परिवार वालों ने उनकी इस ख्वाहिश को गंभीरता से नहीं लिया.
बाद में जब उन्हें मालूम हुआ कि विद्या अपने इस ख्वाब को लेकर काफी संजीदा हैं, तो उन्हें परिवार का पूरा सपोर्ट मिला. शुरुआत हुई टीवी शो हम पांच से. इस शो में विद्या ने राधिका का रोल किया. उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ 16 साल थी.