पंचायत ने सुनाया गांव छोड़ने का फरमान तो भड़के ग्रामीणों ने पहुंचाया थाने
काशीपुर। उत्तराखंड में काशीपुर शहर के एक गांव में बाप-बेटी की रिश्तों को तार-तार करने का मामला सामने आया है। यहां एक बाप ने सौतेली बेटी के साथ आठ महीने से दुष्कर्म कर रहा था। मामला सामने आने पर पंचायत (Panchayat) ने आरोपी को गांव छोड़ने का फरमान सुनाया तो कई ग्रामीण भड़क गए और फैसले का विरोध करते हुए उसे कुंडा पुलिस के हवाले कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट में किशोरी से दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
जानकारी के अनुसार कुंडा थाने के एक गांव में रहने वाले टैक्सी ड्राइवर की 15 वर्ष पहले हुई शादी से दो बच्चे हैं। वर्ष 2008 में उक्त व्यक्ति एक अन्य महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया तो पंचायत ने उसे गांव से निकाल दिया था तब वह काशीपुर के मोहल्ला महेशपुरा में किराए पर रहने लगा। पड़ोस में ही एक तलाकशुदा महिला भी किराए पर रहती थी, जिसके एक बेटा और बेटी है। प्रेम संबंध होने पर टैक्सी ड्राइवर ने उक्त महिला से निकाह कर लिया और अपने गांव वापस आ गया।
दूसरी पत्नी और बच्चों को उसने किराए के मकान में रखवा दिया, जबकि खुद पहली पत्नी और बच्चों के साथ पैतृक मकान में रहने लगा। इसी बीच दूसरी पत्नी अपनी बहन और जीजा के साथ उनके साथ ही आकर रहने लगी। 19 जुलाई की रात आरोपी सौतेली बेटी को खींचकर अपने कमरे में ले जा रहा था तो वह चिल्लाने लगी। पीड़िता के मौसा ने उसे टोका और वजह पूछी तो वह रोने लगी और बताया कि उसका सौतेला बाप 8 महीने से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। विरोध करने पर वह मां और भाई को जान से मारने की धमकी देता था। पुलिस ने पीड़िता के मौसा की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।