कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक सरकार के पूर्व मंत्री डीकेएस को अगर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें कुछ दिन जेल में रहना पड़ सकता है. वहीं, कर्नाटक में उनका सियासी करियर अस्थायी तौर पर कुछ समय के लिए खतरे में पड़ सकता है.
कांग्रेस (Congress) के लिए दिल्ली में डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) की हैसियत पी. चिदंबरम (P. Chidambaram) जैसी नहीं है, लेकिन कर्नाटक (Karnataka) में उनका कद पार्टी में बहुत बड़ा है. कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम की ही तरह कर्नाटक कांग्रेस में संकटमोचक की भूमिका में रहने वाले शिवकुमार भी अपने सियासी जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) बार-बार उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. वहीं, कर्नाटक हाईकोर्ट (Karnataka High Court) ने शिवकुमार की ओर से दायर उस याचिका को भी खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने ईडी के समन को खारिज करने की मांग की थी.
खतरे में पड़ सकता है शिवकुमार का सियासी करियर
शिवकुमार ईडी के समक्ष पेश होने के लिए नई दिल्ली में मौजूद हैं. अगर शिवकुमार को कथित मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें कुछ समय जेल में ही रहना होगा. वहीं, कर्नाटक में उनका सियासी करियर अस्थायी तौर पर खतरे में पड़ सकता है. साथ ही सोमवार को पड़ने वाली गणेश चतुर्थी उनके और उनके परविार के लिए कड़वे अनुभव ला सकती है. दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले डीकेएस ने कहा कि न तो उन्होंने किसी का रेप किया है और न ही किसी से घूस ली है. ये पैसों से जुड़ा छोटा सा मामला है.